रूसा की परीक्षाएं दे रहे छात्रों के लिए जरूरी खबर
कॉलेज प्राचार्य छात्र के नाम और पते से लेकर परीक्षा फार्म में भरे नाम, हर सेमेस्टर के सब्जेक्ट कोड, नो ड्यूज के साथ पात्रता शर्तों को जांचकर परीक्षा देने की अनुमति देंगे। इस नई व्यवस्था से कॉलेज को अपने हर परीक्षार्थी की सही जानकारी होगी। प्राचार्य भी लंबे समय से यही मांग उठा रहे थे। कॉलेज परीक्षार्थी की हाजिरी, प्रैक्टिकल, सेमीनार और अन्य आवश्यक शर्तों को पूरा करने वाले छात्र को परीक्षा में बैठने की अनुमति देंगे।
यदि शर्त पूरी न हुई तो छात्र का रोलनंबर रोकना और न रोकना कॉलेज के हाथ में होगा। छात्र के परीक्षा परिणाम पात्रता शर्तें पूरा न करने, गलत सब्जेक्ट कोड जैसी जानकारी के कारण नहीं लटकें गे। 23 नवंबर से शुरू हो रही यूजी परीक्षाओं से ही नई व्यवस्था लागू किए जाने की तैयारी है। ऑनलाइन जेनरेट हुए रोलनंबर में ही प्राचार्य के लिए वेरिफिकेशन कॉलम रहेगा।
एक लाख छात्र देंगे तीन सेमेस्टर की परीक्षा
23 नवंबर से शुरू हो रही सीबीसीएस की यूजी की पहले, तीसरे और पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा में करीब एक लाख छात्र अपीयर होंगे। इनके रोलनंबर 20 नवंबर से ऑनलाइन जेनरेट होंगे। उन्हें परीक्षा से पूर्व कॉलेज से इसे वेरिफाई करवाना होगा।
दूर होंगी फार्म भरने की गलतियां
परीक्षा फार्म में यदि छात्र ने कोई गलत सूचना भरी है तो कॉलेज में होने वाली वेरिफिकेशन में इसे दुरुस्त किया जा सकेगा। इससे कम से कम इन गलतियों के कारण परिणाम नहीं लटकेंगे।
नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी
परीक्षा नियंत्रक प्रो. एसएल कौशल और कंप्यूटर सेंटर इंचार्ज मुकेश कुमार ने माना कि रोलनंबर स्लिप में कॉलेज वेरिफिकेशन अनिवार्य करवाने की शर्त शामिल की जा रही है। कार्य अंतिम चरण में है। इक्डोल से यूजी कोर्स को अलग से विकल्प तलाशा जा रहा है।