रूस ने किए यूएस सपोर्ट वाले विद्रोहियों पर हवाई हमले
दस्तक टाइम्स/एजेंसी
वॉशिंगटन। सीरिया में हवाई हमलों को लेकर रूस और यूएस में तनाव पैदा हो गया है। दोनों देशों के टॉप डिप्लोमेट्स का कहना है कि विवाद से बचने के लिए जल्द ही हाई लेवल मीटिंग की जाएगी। गौरतलब है कि रशियन डिफेंस ऑफिशियल्स ने बुधवार को आतंकी संगठन आईएसआईएस के 20 ठिकानों पर हवाई हमले करने का दावा किया था। लेकिन, न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉल स्ट्रीट जर्नल सहित कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि हमले में यूएस समर्थित विद्रोहियों को निशाना बनाया गया है। इन रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अगर रूस द्वारा यूएस समर्थित विद्रोहियों पर हमले की बात सही निकली तो दोनों देशों के संबंध खराब हो सकते हैं। हालांकि, रशियन फॉरेन मिनिस्टर सेग्रेई लेवरोव ने आज सुबह कहा कि उनके फाइटर जेट्स द्वारा विद्रोहियों और आम नागरिकों को निशाना बनाने की बात बेबुनियाद है।बुधवार रात यूएस के विदेश मंत्री जॉनकैरी ने रशियन काउंटरपार्ट सेग्रेई लेवरोव से मुलाकात की। कैरी ने बताया कि दोनों देश ‘मिलिट्री टू मिलिट्री डीकॉन्फ्लिक्शन मीटिंग’ के लिए राजी हो गए हैं, जो गुरूवार को हो सकती है।न्यूयॉर्क में यूएन जनरल एसेंबली में शामिल होने आए यूएस फॉरेन सेकेट्री फिलिप हेमंड ने कहा, “हम साफ करना चाहते हैं कि अगर रूस आईएसआईएस के खिलाफ जारी अभियान में गठबंधन सेना का हिस्सा बनना चाहता है तो उसका स्वागत है। लेकिन अगर वे अपने जेट्स बशर सेना की सुरक्षा में लगा रहे हैं तो यह अलग मुद्दा होगा।”मारा गया फ्री सीरियन आर्मी का कमांडरयूएस समर्थित विद्रोही संगठन फ्री सीरियन आर्मी का दावा है कि कल होम्स में हुए रशियन हमले में उनके एक कमांडर की मौत हो गई। उसका नाम इयाद अल-दीक था।सीरिया में नागरिकों की मौत का आंकडामिडल ईस्ट (खाड़ी के देश) की कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि रूसी एयरफोर्स के जेट्स पहले से सीरिया में हवाई हमले कर रहे हैं। लेकिन क्रेमलिन ने इस बात की पुष्टि करने से मना कर दिया है। आखिरी बार रूसी संसद ने पुतिन को यूक्रेन के मामले में आर्मी भेजने का अधिकार दिया था। रूस ने क्रीमिया को अपने कब्जे में करने के लिए अभियान चलाया था।