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रूस मेट्रो ट्रेन ब्लास्ट फिदायीन हमला था, 23 साल के लड़के ने दिया था अंजाम

सेंट पीटर्सबर्ग. यहां दो मेट्रो स्टेशनों के बीच सोमवार को ट्रेन ब्लास्ट हुआ। इसमें अब तक 11 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 50 लोग जख्मी हो गए। यह एक फिदायीन हमला था। कहा जा रहा है इसे 23 साल के एक लड़के ने अंजाम दिया। यह हमलावर सेंट्रल एशिया का रहने वाला था। ब्लास्ट सनाया स्क्वेयर मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन के अंदर हुआ। बता दें कि सेंट पीटर्सबर्ग रूस का दूसरा बड़ा शहर है। यहां करीब 50 लाख लोग रहते हैं। हमलावर एक्सप्लोसन बैग में रखकर लाया था.
रूस मेट्रो ट्रेन ब्लास्ट फिदायीन हमला था, 23 साल के लड़के ने दिया था अंजाम
 
– रूस की न्यूज एजेंसी इंटरफैक्स ने इंटेलिजेंस एजेंसियों के हवाले से लिखा कि सेंट पीटर्सबर्ग में ट्रेन ब्लास्ट का संदिग्ध 23 साल के आसपास का था। यह सेंट्रल एशिया का रहने वाला था। यह एक्सप्लोसन बैग में रखकर लाया था।
– ब्लास्ट उस वक्त हुआ जब मेट्रो ट्रेन टेक्नोलॉजी इंस्टीटयूट से सनाया मेट्रो स्टेशन की ओर जा रही थी।
– रॉयटर्स ने अफसरों और नेशनल एंटी-टेररिज्म कमेटी के हवाले से बताया कि ब्लास्ट एक ही जगह हुआ। इसके पहले रशियन मीडिया में दो ब्लास्ट की खबरें दिखाई जा रही थीं।
– अफसरों ने 11 लोगों के मौत की पुष्टि की है। वहीं, 50 लोग जख्मी हुए हैं। इस हमले के बाद एहतियात के तौर पर 10 मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया था।
– ब्लास्ट में जिस डिवाइस का इस्तेमाल किया गया उसे नुकीली चीजों से भरा गया था। इस वजह से लोगों को ज्यादा चोटें आई हैं।
– हादसे के बाद शहर के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सिक्युरिटी सख्त कर दी गई है।
 
ट्रम्प ने पुतिन से बात की
– डोनाल्ड ट्रम्प ने इस हमले की निंदा की। ट्रम्प ने प्रेसिडेंट व्लादिमिर पुतिन से फोन पर बात की। ट्रम्प ने जांच में हरसंभव मदद करने की बात की।
 
ब्लास्ट की वजह अभी साफ नहीं
– ब्लास्ट के बाद प्रेसिडेंट व्लादिमिर पुतिन ने कहा था कि अभी ब्लास्ट की वजह का पता नहीं है। यह आतंकवादी हमला हो सकता है। मैंने जांच के आदेश दिए हैं। हम सभी एंगल से जांच कर रहे हैं। बता दें कि ब्लास्ट के वक्त पुतिन सेंट पीटर्सबर्ग में मीडिया से बात कर रहे थे। वे यहां एक प्रोग्राम में शामिल होने आए थे।
 
क्या बताया आईविटनेसेस ने?
– एक आईविटनेस ने बताया कि मैं जब एक्सीलेटर से नीचे की तरफ जा रहा था तभी मैंने जोर का धमाका सुना। सब लोग डर गए और इधर- उधर भागने लगे।
– एक और शख्स ने रूस के लाइफ न्यूज को बताया कि लोगों के शरीर से खून बह रहा था। उनके बाल जल गए थे। सिक्युरिटी पर्सनल हमें स्टेशन से बाहर जाने के लिए कह रहे थे। मैं अपनी दोस्त को लेने के लिए यहां आया था।
 
पहले भी हुए धमाके
– इससे पहले, 2013 में रूस के वोल्गोग्राद शहर में भी एक रेलवे स्टेशन पर फिदायीन हमले में 17 लोग मारे गए थे।
– 2010 में मॉस्को के दो मेट्रो स्टेशनों पर सुसाइड अटैक हुए थे। इन धमाकों में 38 लोग मारे गए थे, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
– 2004 में चेचेन्या आतंकवादियों ने एक स्कूल में बच्चों को बंधक बना लिया था। इस बड़े हमले में 330 लोग मारे गए थे, जिसमें आधे बच्चे थे।

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