लकी ड्रॉ: कैशलेस ट्रांजेक्शन ने बनाया लोगों को लखपति
देश में कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से पिछले साल हुई घोषणा के तहत अब तक 45 लोग लखपति बन चुके हैं. सरकार ने पिछले साल 25 दिसंबर को यह घोषणा की थी कि डिजिटल पेंमेंट करने वालों हर रोज लकी ड्रॉ के तहत अलग-अलग राशि बतौर इनाम दी जाएगी.
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की इकाई एनसीपीआई ( द नेशलन पेयमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ) ने 15 भाग्यशाली विजेताओं के नाम की घोषणा की है, जिन्हें एक-एक लाख रुपये इनाम दिए गए हैं. इसके अलावे 614 लोगों को 50 हजार रुपये और साढ़े छह हजार भाग्यशाली विजेताओं को 10 हजार रुपये हर हफ्ते दिए गए. इतना ही नहीं करीब 15 हजार लोगों को डिजिटल पेंमेंट करने के एवज में सीधे उनके अकाउंट में प्रतिदिन 1000 रुपये की राशि दी जा रही है.
कैसे होता है लकी विजेताओं का चुनाव
एनसीपीआई के चीफ प्रोजेक्ट ऑफिसर एसके गुप्ता ने बताया कि लोगों द्वारा किए जा रहे डिजिटल लेन-देन के ट्रांजेक्शन नंबर्स को एक्सेस किया जाता है. कंप्यूटर के जरिए डिजिटल ट्रांजेक्शन के नंबर को रैंडमली सेलेक्ट किया जाता है. इस पूरे प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाती है और जब यह प्रकिया चल रही होती है तब वहां ऑडिटर्स भी मौजूद होते हैं. एसके गुप्ता ने बताया कि 14 अप्रैल को मेगा प्राइज की घोषणा की जाएगी, जिसके तहत एक करोड़, 50 लाख और 25 लाख रुपये भाग्यशाली विजेताओं को दिए जाएंगे.
आप भी जीत सकते है इनाम
इस लकी ड्रॉ में उसी डिजिटल लेन-देन को शामिल किया जाता है जो 9 नबंवर 2016 के बाद किया गया है. इसमें एक और शर्त यह है कि आपके द्वारा किया डिजिटल ट्रांजेक्शन आधार इनेबल्ड पेमेंट सर्विस, रुपे कार्ड, भीम ऐप या यूएसएसजी बेस्ड *99# के जरिए किया गया हो. अगर आपने ऐसा किया है तो हो सकता है कि अगले विजेता आप ही हो.
ये राज्य हैं डिजिटल लेन-देन में सबसे आगे
द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर-प्रदेश और कर्नाटक कैशलेस ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल करने में उभर कर शामने आये हैं. सबसे ज्यादा विजेता इन्हीं पांच राज्यों से हैं|