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लखनऊ की सांस्कृतिक विरासत देख 13 देशों के विदेशी छात्र हुए गदगद
लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल की मेजबानी में चल रहे ‘25वें अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ के प्रतिभागी 13 देशों के मेहमान छात्र शनिवार को लखनऊ की सांस्कृतिक विरासत व गंगा-जमुनी तहजीब से रूबरू हुए। विभिन्न देशों से पधारे ये नन्हें मेहमान लखनऊ में अपने एक माह के प्रवास के अन्तर्गत आज लखनऊ भ्रमण को निकले एवं बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, रेजीडेन्सी एवं रीजनल साइंस सेन्टर समेत विभिन्न दर्शनीय स्थलों की सैर की और इस दौरान लखनऊ के लजीज जायके का आनन्द उठाया एवं लखनऊ की गंगा-जमुनी तहजीब को नजदीक से अनुभव किया। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. की मेजबानी में एक माह का अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर 28 दिसम्बर 2017 से 24 जनवरी 2018 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें इटली, मैक्सिको, जापान, स्वीडन, फिनलैण्ड, नार्वे, जर्मनी, अमेरिका, ब्राजील, कनाडा, कोस्टारिका, थाईलैण्ड एवं भारत के 11-12 वर्ष उम्र के छात्र एक छत के नीचे साथ-साथ रहकर एकता, शान्ति, सद्भाव, सहयोग, भाईचारा, मैत्री आदि का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि लखनऊ की गलियों में घूमते हुए इन विदेशी बच्चों ने वसुधैव कुटुम्बकम का अनूठा अद्भुद दृश्य उपस्थित किया। लखनऊ दर्शन के दौरान इन विदेशी बाल मेहमानों ने विभिन्न प्रकार के लजीज पकवानों का भी जमकर आनन्द उठाया। एक अनौपचारिक वार्ता में विभिन्न देशों से पधारे इन बच्चों ने कहा कि भारत के इतिहास के बारे में मैने किताबों में पढ़ा था। आज मैंने यहाँ की संस्कृति, सभ्यता, आपसी प्रेम, मिलनसार लोगों को करीब से देखने का अवसर मिला। यहां हमें बहुत प्यार और मुहब्बत मिली है और हम फिर से भारत आना चाहेंगे। श्री शर्मा ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के अन्तर्गत विभिन्न संस्कृति, भाषा, सभ्यता, रीति-रिवाज में पले-बढ़े बच्चों को इस प्रकार के एक माह लम्बे अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में इकट्ठा रखे जाने का उद्देश्य छोटे बच्चों के कोमल हृदय में आपसी भाईचारा, विश्व शांति तथा विश्व बन्धुत्व की भावना का समावेश करना है।