लखनऊ के 3 इलाकों में डकैतों का धावा, गांववालों ने की जवाबी फायरिंग
मलिहाबाद में चार घरों में डकैती और किसान की हत्या के बाद मंगलवार की रात को एक बार फिर बदमाशों ने धावा बोला। इस बार डकैत एक बड़े बागवान को निशाना बनाने की फिराक में थे, लेकिन जवाबी फायरिंग होने की वजह से बदमाशों को भागना पड़ा। डकैतों के आने की जानकारी पाकर पुलिस ने छानबीन की, लेकिन बदमाश भाग निकले। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक संदिग्ध हाफ डाला के बारे में छानबीन कर रही है। वहीं काकोरी में भी बदमाशों की आशंका में पुलिस व ग्रामीणों ने फायरिंग की। चिनहट में डकैतों को पकड़ने के लिए पुलिस देर रात तक टेरा जंगल खंगालती रही। हालांकि अफसरों ने बदमाशों की आमद को अफवाह बताया है।
उन्होंने ललकारते हुए आवाज लगाई तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों ने दो फायर किए तो जिब्रान भी अपनी लाइसेंसी बंदूक लेकर छत पर चढ़ गए और दो जवाबी फायर किए। इस पर बदमाशों ने फिर दो गोलियां चलाई और भाग निकले। जिब्रान ने मामले की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को दी। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बदमाश भाग चुके थे।
डकैत बोले, भाग ले नहीं तो पकड़ा जाएगा
जिब्रान खान के पड़ोसी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि उनके दरवाजे के पास बदमाश मौजूद थे। बदमाशों को देख उनका पूरा परिवार सहम गया और सभी लोग दरवाजा बंद कर घर में चुपचाप बैठ गए थे। प्रकाश ने खिड़की से झांका तो बदमाश लॉन्ग कोट पहने थे और जवाबी फायरिंग होने पर आपस में कह रहे थे कि भाग ले, भाग ले, नहीं तो पकड़ा जाएगा। उसके बाद बदमाश बाग की ओर कच्चे रास्ते की तरफ भाग निकले।
सीसीटीवी फुटेज से हो रही छानबीन
चिनहट से लेकर काकोरी व मलिहाबाद तक में डकैतों के पास हाफ डाला होने की आशंका जताई जा रही है। इनकी संख्या 10 से 12 के बीच है। पुलिस को कस्बे के एक जूलर्स की दुकान के सामने से मंगलवार रात हुई घटना के दौरान ही एक हाफ डाला तेजी से जाने की जानकारी मिली है। उसे पुख्ता करने के लिए पुलिस दुकान में लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही है। उस फुटेज से हाफ डाला तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।
एक गली में पुलिस तो दूसरी गली में बदमाश
ग्रामीणों ने बताया कि जिब्रान खान के घर फायरिंग की सूचना पाकर पुलिस कंट्रोल रूम की टीम और एक एसआई मौके पर पहुंचे, लेकिन पुलिस जिस गली में पहुंची, बदमाश उसके विपरीत दिशा वाली गली में थे। पुलिस की जीप का सायरन सुनकर बदमाश आसानी से भाग निकले और पुलिस दूसरी गली की खाक छानती रही। आशंका जताई जा रही है कि सोमवार की रात चार घरों में डकैती डालने के बाद बदमाश उसी इलाके में डेरा डाले हुए थे। मंगलवार की रात फायरिंग करने के बाद बदमाशों के हाफ डाला से संडीला की तरफ जाने की आशंका जताई जा रही है।
काकोरी के बनियाखेड़ा निवासी जगतपाल यादव के घर मौजूद उनके रिश्तेदारों ने मंगलवार रात करीब डेढ़ बजे बाग में 5 बदमाशों को टॉर्च जलाते देखा। शोर हुआ तो ग्रामीणों के साथ दो कांस्टेबल भी पहुंचे। कॉन्स्टेबल ने ग्रामीणों के साथ मिलकर बदमाशों को ललकारा। कांस्टेबल ने अपनी रायफल तानी और फायर करना चाहा, लेकिन पुरानी रायफल दगा दे गई। पोजीशन लेते ही उनकी रायफल की मैगजीन निकल जा रही थी। 5 बार ऐसा हुआ तो पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों से उनकी बंदूक लेकर फायर किया। हालांकि बाद में पुलिसकर्मियों की रायफल भी चलने लगी तो उससे भी दो राउंड फायर किया। ग्रामीणों का दावा है कि फायरिंग होने पर बदमाश भाग गए।
टेरा जंगल खंगालती रही चिनहट पुलिस
चिनहट के टेरा गांव निवासी एक महिला जंगल में शौच के लिए गई थी। वहां उसने कुछ बदमाशों को देखा और गांव वालों को बताया। जंगल में बदमाशों के छिपे होने की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस कंट्रोल रूम को दी। जानकारी होते ही सीओ गोमतीनगर दीपक कुमार सिंह व कोतवाली प्रभारी रवींद्र राय की टीम ने टेरा जंगल को घेर लिया। पुलिस ने करीब चार घंटे तक काम्बिंग की, लेकिन बदमाश नहीं मिले।
राजधानी को डकैतों से निजात दिलाने के लिए एसटीएफ भी मैदान में उतर गई है। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह बुधवार को अपनी टीम के साथ निकले और काकोरी, चिनहट व मलिहाबाद में घटनास्थलों का जायजा लिया। एसटीएफ के पुलिसकर्मियों ने पीड़ितों से भी पूछताछ की और वारदात का तरीका व डकैतों का हुलिया भी जाना। वहीं एसएसपी दीपक कुमार का कहना है कि मंगलार की रात तीनों जगह डकैतों के आने सूचना महज अफवाह थी।