लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे पुलिस भर्ती अभ्यर्थी गिरफ्तार
लखनऊ : राजधानी लखनऊ स्थित विधानसभा के निकट बापू भवन चौराहे के पास सड़क जाम करके प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों पुलिस भर्ती अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अभ्यर्थी शांति पूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करके बसों में भरकर पुलिस लाइन भेज दिया। बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती तथा प्रोन्नति बोर्ड द्वारा साल 2015 में पुलिस भर्ती के ऑनलाइन आवेदन फार्म निकाले गए थे। इसकी परीक्षा पूरी होने के बाद 34716 सिपाहियों की भर्ती होनी थी। लेकिन इस भर्ती प्रक्रिया के परिणाम को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुरक्षित कर लिया था।
भर्ती में चयनित करीब डेढ़ हजार अभ्यार्थियों ने मंगलवार को राजधानी लखनऊ स्थित विधानसभा के पास प्रदर्शन किया। इससे पहले प्रदर्शन के दौरान इन अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज भी कर चुकी है। प्रदर्शनकारी अमित कुमार ने बताया कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए मंगलवार को लखनऊ विधानसभा पर धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदेश भर से आये हजारों की संख्या में धरना कर रहे लोगों की माने तो 29 दिसंबर 2015 में पुलिस भर्ती तथा प्रोन्नति बोर्ड ने 34716 सिपाहियों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकला था। जिसकी विज्ञापन संख्या पीआरपीवी एक-1 (82)2015 थी। सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए निश्चित अवधि के भीतर ये भारती प्रक्रिया पूरी होनी थी। प्रदर्शन करने वालों का कहना है कि इस मामले में भर्ती प्रक्रिया पूरी हो रही थी।
लेकिन कुछ अराजक तत्व अभ्यार्थी जिनका इस भर्ती से कोई मतलब नहीं था। उन्होंने उच्च न्यायालय में इस मामले में याचिका (संख्या-सी 3336/2016) दायर कर दी। इसके बाद 27 मई 2016 को न्यायलय के आदेश पर भर्ती के अंतिम परिणाम को रोक दिया गया था। उन्होंने बताया की शुरूआती दौर में प्रदेश के सरकार अधिवक्ता ने प्रभावी पैरवी की थी। लेकिन वर्तमान में लापरवाही और उचित पैरवी न होने के चलते 28916 पुरुषों और 5800 महिलाओं की भर्ती नही हो पा रही है। प्रदर्शनकारियों का कहना है हम सीएम योगी से इस मामले में सहयोग और हस्तक्षेप करने की मांग कर रहे हैं। जिससे उच्च न्यायालय द्वारा सुरक्षित किये गए भर्ती परिणामों को जारी किया जा सके। जिससे जल्द से जल्द ये भर्ती पूरी हो सके।