लखनऊ में बीच चौराहे पर युवक की हत्या, सड़क पर तड़पता रहा युवक
लखनऊ। राजधानी के इंदिरा नगर सेक्टर 25 चौराहे पर कैश ट्रांजेक्शन कंपनी सिक्योरिट्रंस के कस्टोडियन संदीप यादव (32) की शनिवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह इटौंजा के भगताखेड़ा का रहने वाला था। वारदात के बाद बाइक सवार दोनों बदमाश फरार हो गए। घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर ही रिंग रोड पुलिस चौकी भी है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
आइजी रेंज जयनारायण सिंह के मुताबिक बदमाशों ने लेनदेन, पुरानी रंजिश या लूटपाट के इरादे से वारदात को अंजाम दिया है। हालांकि, घटना से पहले ही संदीप कैश जमा कर चुका था, जिससे पुलिस लूटपाट की बात से इन्कार भी कर रही है। वहीं, बहन रूपा के मुताबिक संदीप रोजाना एक बैग लेकर जाता था, जो गायब है।
घटना के विरोध में प्रदर्शन, लाठीचार्ज: घटना के विरोध में कुछ समाजसेवी संगठन प्रदर्शन कर रहे थे। इस पर पुलिस ने उन्हें लाठियों से दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, महिलाओं को भी नहीं छोड़ा, लाठी लगने से कुछ लोगों को चोटें भी आईं। एक प्रदर्शनकारी महिला इंदिरा नगर निवासी शशि समेत दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है।
डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची पुलिस: घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप था कि डेढ़ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। उधर इंस्पेक्टर गाजीपुर का कहना था कि सूचना मिलने के 15 मिनट के भीतर ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी।
घंटे भर सड़क पर तड़पता रहा, अस्पताल ने नहीं किया भर्ती: इंदिरा नगर निवासी शशि, शिवम, राजू ने आरोप लगाया कि घटना के बाद एक घंटे संदीप सीएनएस अस्पताल के पास सड़क पर पड़ा तड़पता रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि उन लोगों ने अस्पताल से उसका इलाज करने को कहा लेकिन अस्पताल ने उसे भर्ती करने से ही इन्कार कर दिया गया। हालांकि, अस्पताल के मैनेजर साकेंद्र वर्मा ने आरोपों को निराधार बताया है।