नई दिल्ली : जैसा कि पता ही है कि लखनऊ मेट्रो रेल का उद्घाटन कल 5 सितंबर को गृहमंत्री राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ करने वाले हैं. लेकिन उससे ठीक पहले राजनीति में श्रेय लेने की होड़ मचती दिखाई दे रही हैं. स्मरण रहे कि अखिलेश यादव ने मेट्रो रेल का सीएम रहते सांकेतिक उद्घाटन किया था. इस बारे में समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि बिना किसी काम के नाम कमाने की कला में भाजपा को महारत हासिल है. ताजा मिसाल मेट्रो रेल का दोबारा उद्घाटन कर जनता की आंख में धूल झोंकने की कोशिश की जा रही है. बता दें कि गत 1 दिसंबर 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्वयं मेट्रो रेल का ट्रायल रन कराया था. उन्होंने दो ड्राइवर लड़कियों को लाल रंग की मेट्रो रेल की चाबी देकर इस ट्रायल को हरी झंडी भी दिखाई थी.सच तो यह है कि केंद्र की भाजपा सरकार मेट्रो परियोजना में हमेशा अडंगे डालती रही.
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बता दें कि मेट्रो के बारे में समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता ने आगे कहा कि सीएम अखिलेश यादव ने ही राजधानी में मेट्रो रेल का उपहार देकर स्मार्ट कार्ड और वाईफाई सुविधा की व्यवस्था की थी. तत्कालीन सीएम ने लखनऊ के अलावा आगरा, कानपुर, मेरठ, नोएडा तथा वाराणसी में मेट्रो रेल परियोजना की रिपोर्ट तैयार कराने का काम भी शुरू कर दिया था, जिसे भाजपा सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था. क्योंकि भाजपा में जनहित के साहसिक निर्णय लेने की क्षमता नहीं है.