लखनऊ विश्वविद्यालय के चंद्रशेखर गर्ल्स हॉस्टल में बुधवार रात तीन लड़के दीवार फांदकर घुस आए। कमरे में झांक रहे लड़कों पर जब छात्राओं की नजर पड़ी तो उनके होश उड़ गए। शोर मचाने पर पूरे हॉस्टल की लड़कियां इकट्ठा हो गईं और लड़कों को दौड़ा लिया। एक आरोपी को दबोच लिया गया, जबकि दो भाग निकले।
छात्राओं ने बताया कि बुधवार रात 12:30 के बाद जब वे अपने कमरे में थीं तभी एक छात्रा ने देखा कि कोई उनके कमरे में खिड़की से झांक रहा है। उसने शोर मचाया तो सारी लड़कियां इकट्ठा दौड़ पड़ीं। दो आरोपी तो दीवार फांदकर भाग निकले लेकिन एक को छात्राओं ने दबोच लिया।
छात्राओं ने प्राक्टर विनोद सिंह को खबर दी। प्रॉक्टर की सूचना पर पुलिस हॉस्टल पहुंची। टीम ने छात्राओं द्वारा दबोचे गए आरोपी को अपने कब्जे में ले लिया। छात्राओं ने प्रोवोस्ट मोनिषा बनर्जी और वॉर्डन को खबर की लेकिन वे नहीं आईं। इस पर छात्राएं भड़क उठीं। पुलिस ने उन्हें शांत कराया।
गुरुवार सुबह प्रॉक्टर विनोद सिंह चंद्रशेखर हॉस्पट पहुंचे। उन्होंने छात्राओं से मामले की जानकारी ली। प्रॉक्टर ने बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान अभिषेक राजवंशी के रूप में हुई है। वह यूनिवर्सिटी में ही बीएससी फर्स्ट ईयर का छात्र है। हबीबुल्लाह हॉस्टल के कमरा नंबर 85 में रहता है। प्रॉक्टर ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कुबूला है कि वह पिछले सात दिन से हॉस्टल में आ रहा था लेकिन बुधवार रात पकड़ा गया।
प्रॉक्टर विनोद सिंह ने बताया कि दो अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिए छात्राओं से पहचान कराई जा रही है। जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा। वहीं, पुलिस ने पकड़े गए आरोपी के मोबाइल खंगाले हैं। उससे उसके साथियों का सुराग तलाश रही है।