लाखों ATM धारकों पर बड़ा खतरा, अकाउंट से उड़ सकते हैं पैसे
यदि आप भी एटीएम इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है। आपको बहुत ही सावधान रहने की जरूरत है, नहीं तो आपकी जिंदगीभर की कमाई में सेकेंडों में गायब हो सकती है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि उत्तर कोरिया अपने एक मैलवेयर (वायरस) के जरिए भारत में एटीएम इस्तेमाल करने वाले लोगों का डाटा चोरी कर रहा है। आइए जानते हैं…
इस मैलवेयर के बारे में कैस्परस्काई ग्लोबल रिसर्च एंड एनालिसिस टीम के सिक्योरिटी रिसर्चर कोन्स्टान्टिन जायकोव ने जानकारी दी है। उन्होंने अपने एक बयान में कहा है कि भारतीय एटीएम यूजर पर यह मैलवेयर अटैक लजारस (Lazarus) ग्रुप द्वारा किया जा रहा है। बता दें कि इस ग्रुप का एक ही मकसद पैसा चुराना है।
बता दें कि लजारस (Lazarus) ग्रुप का नाम पहली बार 2014 में सामने आया था, जब इस ग्रुप ने सोनी पिक्चर्स इंटरनटेनमेंट पर मैलवेयर हमला किया था। इसी ग्रुप ने साल 2016 में अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देशों में रैंसमवेयर अटैक किया था।
कैस्परस्काई रिसर्चर्स ने ATMDtrack मैलवेयर का पता लगाया, जो एक बैंकिंग मैलवेयर है। यह मैलवेयर साल 2018 से भारतीय एटीएम यूजर्स को निशाना बना रहा है। सिक्योरिटी रिसर्चर्स टीम के मुताबिक यह मैलवेयर एटीएम कार्ड में प्लांट किया जाता है और उसके बाद यह कार्ड और पिन की जानकारी रिकॉर्ड करता है। उसके बाद प्राप्त डाटा के आधार पर बैंक खाते से पैसे गायब किए जाते हैं।
यह मैलवेयर यह भी बता सकता है कि एटीएम में आपने कब कौन-सा पिन डाला है। इसके अलावा यह मैलवेयर रिमोटली भी काम करता है यानी इसके लिए दूर बैठा हैकर आपके एटीएम को कंट्रोल कर सकता है।