लाहौर एयरपोर्ट पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी
मॉस्को: सरकारी स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) और ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) ने पूर्वी साइबेरिया के तास-यूरयाख नेफ्तेगाजोदोबायचा तेल क्षेत्र में हिस्सा हासिल करने की संभावना तलाशने के लिए रूसी तेल कंपनी रोसनेफ्ट के साथ आज एक करार पर दस्तखत किया।
आईओसी ने एक बयान में कहा कि दोनों भारतीय कंपनियों ने रोसनेफ्ट के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया। इसके तहत भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण, उत्खनन और रूसी संघ के तटवर्ती एवं महाद्वीपीय हिस्से पर हाइड्रोकार्बन के उत्खनन एवं उत्पादन में सहयोग किया जाएगा।
बयान के अनुसार, आज हस्ताक्षर किए गए करार की शर्तों के कार्यान्वयन से पूर्वी साइबेरिया के सबसे बड़े तेल संसाधनों में से एक के विकास को और प्रोत्साहन मिलेगा।
इस दस्तावेज पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में आईओसी के प्रमुख बी अशोक, ओआईएल के प्रमुख एवं प्रबंध निदेशक यू पी सिंह और रोसनेफ्ट के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष इगोर सेचिन ने हस्ताक्षर किए।