लिखने के तरीके से जानें व्यक्तित्व
अगर आप किसी का व्यक्तित्व जानना चाहते हैं तो उसकी लिखावट की मदद से आप इस तरह व्यक्तित्व का पता लगा सकते हैं। हस्तलेख विशेषज्ञों की मानें तो हस्तलिपि किसी भी शख्स के व्यक्तित्व का आइना होते हैं। हर किसी के लिखने का तरीका अलग होता है, जिससे उस व्यक्ति के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
बहिर्मुखी व्यक्तित्व : जो व्यक्ति हस्ताक्षर करते समय थोड़ा भार देकर लिखता है, जिससे उसकी छाप एक पेपर से दूसरे पेपर पर पड़ जाती है। साथ ही उसको बड़े एवं गोलाई में लिखता हो और लिखते समय सीधी बाजुओं को झुकाता हो तो ऐसे व्यक्ति हर किसी के साथ मिल-जुलकर काम करते हैं। ऐसे व्यक्ति हर किसी को साथ लेकर चलने वाले होते हैं। इनसे किसी का दुख देखा नहीं जाता, उनकी मदद करने के लिए खुद आगे बढ़ते हैं।
अन्तर्मुखी व्यक्तित्व : जो व्यक्ति हल्के हाथ से हस्ताक्षर करता हो, साथ ही एक पेपर से दूसरे पेपर पर कोई छाप ना पड़े। हस्ताक्षर छोटा और बिल्कुल साफ हो, जिसकी लिखावट उल्टे बाजू से थोड़ी झुकती हुई हो तो ऐसे व्यक्ति का समाजिक जीवन बचपन में उपेक्षा का शिकार होने के कारण हीन भावना से ग्रस्त होकर अन्तर्मुखी बन जाते हैं। इनको समाज से ज्यादा लगाव नहीं होता है, इनको अपने में ही रहना ज्यादा पसंद है।
स्वतंत्र व्यक्तित्व : लिखते समय अक्षरों के बीच अधीक स्पेस रखने वाले लोग अपने व्यक्तित्व स्वतंत्रता को लेकर काफी गंभीर होते हैं। अपने भविष्य को लेकर हमेशा काम करते हैं, साथ ही अपने परिवार की खुशियों को लेकर काफी सोचते हैं। वहीं जो लिखने में कम स्पेस रखने वाले लोग होते हैं, उनमें दुसरों की नकल करने की प्रवृति अधिक होती है।
मध्यम व्यक्तित्व : ऐसे व्यक्ति अपने हस्ताक्षर को ना हल्के हाथ से और न ही अधिक जोर देकर लिखते हैं। हस्ताक्षर बिल्कुल सीधा और साफ होकर लिखते हैं। ऐसे व्यक्ति का सामाजिक जीवन सामान्य होता है।