लेह में पर्यटन सत्र में विमानन कारोबार बढ़ा

लेह (लद्दाख) । लेह में पर्यटन मौसम शुरू होने पर विमानन कंपनियों और पर्यटन एजेंसियों द्वारा किराए पर लिए गए चार्टर्ड विमानों ने हिमालय के इस शीत मरुस्थल के लिए अपना संचालन बढ़ा दिया है।विमानन कंपनियों के लिए यह गंतव्य फायदेमंद बन गया है क्योंकि पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है और इस स्थान पर पार्किंग हाउसिंग और लैंडिंग (पीएचएल) शुल्क भी कम है।एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नई दिल्ली में आईएएनएस से कहा ‘‘इस गृष्म में हमने प्रति सप्ताह की सूचीबद्ध तीन उड़ानों में चार और उड़ानें जोरी हैं। मध्य मई में पर्यटन सत्र शुरू होने पर दूसरी कंपनियां भी उड़ानों की संख्या बढ़ा रहे हैं।’’ एयर इंडिया सेना के लिए तीन चार्टर सेवाएं भी संचालित करती हैं। ये सेवाएं जम्मू श्रीनगर और नई दिल्ली से संचालित की जाती हैं। अभी सिर्फ तीन सूचीबद्ध विमानन कंपनियां-जेट एयरवेज एयर इंडिया और गोएयर-ही लेह के लिए उड़ानें संचालित करती हैं।एक विमानन कंपनी के एक अधिकारी के मुताबिक लेह के लिए एक सीट का एक ओर का किराया जहां 6 ००० रुपये से 1० ००० के बीच है वह मांग बढ़ने पर 2० ००० रुपये तक पहुंच सकता है।ऑनलाइन बुकिंग ट्रैवल और टूर ऑपरेटर मेकमाईट्रिप के मुख्य व्यावसायिक अधिकारी-हॉलीडेज मोहित गुप्ता ने कहा ‘‘संपर्क बेहतर होने के कारण और जागरूकता बढ़ने के कारण लद्दाख जाना चाहने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है।’’ स्थानीय जानकारों के मुताबिक लेह में अधिक क्षमता वाले नागरिक हवाईअड्डे की जरूरत है। एक पर्यटन कारोबारी और गाइड फुंत्सोग दोर्जी ने आईएएनएस से कहा ‘‘हमें एक नए नागरिक हवाईअड्डे की जरूरत है ताकि इस क्षेत्र में पर्यटन की संभावना का विकास हो। वर्तमान हवाईअड्डा अधिक यात्रियों को नहीं संभाल सकता है।’’ लेह वन्य जीव सुंदर झीलों और प्राचीन मठों के लिए प्रसिद्ध है। लेह का पर्यटन सत्र मध्य मई में शुरू होता है और अगस्त के शुरू में समाप्त होता है।