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लोकतंत्र को बचाने के लिये न्यायपालिका को करना चाहिए हस्तक्षेप : मायावती

बसपा सुप्रीमो ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा – निरंकुश हो गयी है भाजपा सरकार

बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा पर निशाना साधते हुए मोदी सरकार पर लोकतन्त्र का गला घोंटने का आरोप लगाया और कहा कि इस मामले में न्यायपालिका को हस्तक्षेप करना चाहिए। मायावती ने आज यहां जारी बयान में कहा कि केंद्र में सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार निरंकुश हो गयी है और लोकतन्त्र का गला घोंट रही है। उन्होने कहा कि भाजपा शासित राज्यों ख़ासकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखण्ड, हरियाणा, गुजरात तथा राजस्थान में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करने वालों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाता है। यह भाजपा ने नई परम्परा शुरु कर दी है। उन्होने कहा कि दक्षिणी भारत के मशहूर अभिनेता प्रकाश राज पर मुकदमा तथा उत्तर प्रदेश में शामली के दलित युवक की इसी सम्बन्ध में गिरफ्तारी साबित करती है कि भाजपा नीत सरकार निरंकुश हो गयी है।

मायावती ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने दूरदर्शन व आकाशवाणी को’हित्र मोदी वायस’ बनाकर उसका महत्व ही लगभग समाप्त कर दिया है। निजी मीडिया चैनलों पर अप्रत्यक्ष नियन्त्रण करके उसकी स्वतन्त्रता को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। निष्पक्ष एवं स्वतंत्र विचार रखने वाले लेखकों, साहित्यकारों व पत्रकारों को अलग-अलग ढंग से निशाना बनाया जा रहा है। न्यायपालिका को इस मामले में दखल देना चाहिये। उन्होने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आर.एस.एस) सोची समझी रणनीति के तहत दबे-कुचले लोगों को जातिवादी व धार्मिक निरंकुशता का शिकार बना रही है। गुजरात में गरबा का कार्यक्रम देखने पर दलित युवक की हत्या कर दी। दलित युवकों द्वारा स्वाभाविक तौर पर मूँंछ रखे जाने पर उन्हें सरकारी संरक्षण में अनेकों प्रकार की जुल्म-ज्यादती का शिकार बनाया जाता है। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का यह दुर्भाज्ञ है कि विनाशक प्रवृत्ति बहुत तेत्री से पनप रही है जो समाज व देश के लिये अत्यन्त ही घातक है।

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