नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती का ने अपने 63वे जन्मदिन के मौके पर बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। मायावती ने कहा कि “गरीब, मजदूर एवं किसान विरोधी धन्ना सेठ की मानसिकता रखने वाली सरकारों की दाल गलने वाली नहीं है। पांच राज्यों के चुनाव परिणामों ने बीजेपी को सबक सिखाया है। केंद्र सरकार को अपनी सहयोगी पार्टियों के साथ-साथ प्रमुख विपक्षी पार्टी को भी साथ में लेकर रक्षा सौदों के लिए नीति बनानी चाहिए, जिससे ऐसे सौदों में भ्रष्टाचार की आशंका न रहे। बीजेपी अपने विरोधियों के खिलाफ सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है।” बसपा सुप्रीमों ने कहा की, बीजेपी-आरएसएस ने धर्म की राजनीति की है। बीजेपी ने बजरंग बली को जाति में बांटा, जुमे की नमाज पर सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया। बीजेपी ने अखिलेश यादव के खिलाफ CBI का गलत इस्तेमाल किया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि, “5 राज्यों के चुनाव नतीजों से कांग्रेस को लेना सबक लेना चाहिए,कर्जमाफी पर कांग्रेस सरकारों पर सवाल उठ रहे हैं। मायावती ने कहा की राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की सरकारों पर उंगली उठनी शुरू हो गई है। मायावती ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा राज कांग्रेस पार्टी ने किया है। हमें 1984 में अपनी पार्टी बनानी पड़ी। हमारे बाद भी कई पार्टियां बनी लेकिन उनकी सोच कांग्रेस पार्टी से कुछ अलग नहीं है। इस चुनाव में कांग्रेस एंड कंपनी को सबक सिखाएंगे। मायावती ने अपने गठबंधन पर कहा कि सपा के साथ जो गठबंधन हुआ है उससे बीजेपी के होश उड़ गए हैं। मायावती ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकार को भी नसीहत देते हुए कहा कि, किसानों की कर्जमाफी के लिए एक राष्ट्रनीति बनाने की जरूरत। प्रधानमंत्री पर सवाल पूछे जाने पर मायावती ने कहा की, देश की जनता देश का पीएम तय करेगी।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अपने बर्थडे पर अपने ऊपर स्वयं लिखी किताब का विमोचन किया। इस किताब में मायावती ने अपने जीवन संघर्ष का वर्णन किया है। मायावती ने कहा कि जिन महापुरुषों के बताए रास्ते को अपनाने के लिए मैंने अपनी जिंदगी समर्पित की है। हमारी पार्टी गरीब, पिछड़ों की मदद के लिए हमेशा कार्य करती है. मेरे जन्मदिवस के सुअवसर पर मेरे द्वारा लिखी गई किताब का हिंदी और अंग्रेजी में संस्करण का विमोचन किया जाता है। मैं सभी लोगों को धन्यवाद देती हूं और नववर्ष की शुभकामनाएं देती हूं। हमारी पार्टी ने हाल ही में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। ये प्रदेश तय करता है कि देश में किसकी सरकार बनेगी और प्रधानमंत्री कौन बनेगा।