लोकसभा सीट के चुनावी रण क्षेत्र में सीएम अखिलेश व मायावती होंगे आमने सामने
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कुछ दशकों से परंपरागत प्रतिद्वंद्वी बने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेता चुनाव प्रचार में जी-जान एक किए हैं। इसी तरह के चुनावी अभियान में नौ मई को वाराणसी में सपा सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा सरकार में मुख्यमंत्री रह चुकी मायावती आमने सामने होंगी। एक ओर सूरज की गर्मी दिनों दिन बढ़ती जा रही तो दूसरी ओर देश की सबसे हॉट को गरम करने विभिन्न राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों का उडऩखटोला बनारस में उतरेगा। भाजपा, सपा, बसपा के कुछ बड़े नेताओं के निर्धारित कार्यक्त्रम आ चुके हैं लेकिन काग्रेस में अभी सन्नाटा है। अब तक किसी नेता के आने की लिखित सूचना नहीं आई है। हालाकि पार्टी सोनिया, राहुल, प्रियंका व अन्य स्टार प्रचारकों के आने का दावा कर रही है लेकिन तारीख तय नहीं, काग्रेस में राजबब्बर व मोहम्मद कैफ की भी जबरदस्त माग है। भाजपा की मीडिया सेल के अनुसार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और यहा की संसदीय सीट के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी पाच मई के बाद वाराणसी आएं और एक सप्ताह तक ठहरेंगे। इस दौरान वह वाराणसी व काशी क्षेत्र के अन्य भाजपा उम्मीदवारों के रणक्षेत्र में हुंकार भरेंगे। सपा कार्यालय के अनुसार रोड शो के जरिए अखिलेश मोदी की हवा निकालने का दम भरेंगे तो बसपा सुप्रीमो मायावती भी उसी दिन बनारस में सपा-भाजपा के अभियान को रोकने की पुरजोर कोशिश करेंगी। बसपा में नंबर दो का दर्जा रखने वाले सतीश मिश्र तीन मई को बनारस में होंगे तो नसीमुद्दीन सिद्दीकी पाच मई को बनारस में बसपा प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा करने आएंगे। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी अट्ठाइस अप्रैल को बनारस में मोदी के माहौल में फिजा बनाने आएंगे। भजन गायक अनूप जलोटा तीस अप्रैल को अपने भजन के जरिए भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के लिए वोट की अपील करने आ रहे हैं। मोदी के प्रचार-प्रसार में जुटे बाबा रामदेव के भी तीन मई को आने की सूचना है।