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लोगों का सबसे पसंदीदा आवासीय जगह बना नोएडा

आज दिल्ली का अधिकतर मध्यमवर्गीय परिवार खुद के घर का सपना पूरा करने के लिए एनसीआर की ओर भाग रहा है। चाहें वो गुड़गावं, द्वारका, नोएडा या ग्रेटर नोएडा हो। उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेसवे को मोबाइल इंडस्ट्री क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया है। इससे नोएडा व ग्रेटर नोएडा में आवासियों घरों की मांग में बढ़ोतरी हुई है। इस साल के शुरुआत में एनारॉक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीआर में करीब 2.8 करोड़ लोग रहते हैं और बीते कुछ सालों में किफायती आवासीय सेगमेंट में यहां सबसे अधिक विस्तार देखने को मिला है। इसमें करीब 26 से 30 फीसदी की कुल तेजी देखी गई है।
लोगों का सबसे पसंदीदा आवासीय जगह बना नोएडा
यह बनीं सबसे पसंदीदा जगह

इन क्षेत्रों में सबसे पसंदीदा जगह गुड़गांव में सोहना रोड, गाजियाबाद में राजनगर एक्सटेंशन, यमुना एक्सप्रेसवे और पश्चिमी ग्रेटर नोएडा व भिवाड़ी है। एटीएस समूह होमक्राफ्ट सीईओ प्रसून चौहान का मानना है कि मध्यम वर्गीय परिवारों को खुद के घर का सपना पूरा करने के लिए नोएडा सबसे उचित जगह है।

हाल ही में एक वेबसाइट से बातचीत में चौहान ने कहा, नोएडा में किफायती व मिड-इकनम मकानों का बहुता स्कोप है और बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी नोएडा व ग्रेटर नोएडा में तेजी से बढ़ रही हैं। आने वाले दिनों में नोएडा में नौकरियों के अवसर बढ़ने वाले हैं और ऐसे में किफायती मकानों की मांग भी बढ़ेगी।’ नोएडा एक्सटेंशन का निर्माण नोएडा व ग्रेटर नोएडा की तुलना में किफायती बाजार के तौर पर हुआ था, लेकिन इसे उप-शहर के तौर पर कभी नहीं देखा गया। अब इस क्षेत्र में नए प्रोजेक्ट्स आ रहे हैं जो किफायती होने के साथ-साथ प्रीमियम भी है।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 50 हजार फ्लैट्स

हवेलिया ग्रुप के प्रबंध निदेशक, निखिल हवेलिया का मानना है कि पश्चिमी ग्रेटर नोएडा में अगले तीन तिमाहियों में करीब 50,000 फ्लैट्स तैयार हो जाएंगे। हवेलिया का मानना है कि यह लोवर व मिडिल इनकम वाले लोगों के लिए एक नया विकल्प होगा। इस क्षेत्र में अधिकतर अपार्टमेंट 700 से 1500 वर्गफुट के हैं। जबकि पास के दूसरे सेक्टर्स में 1200 से 2500 वर्गफुट फ्लैट्स आसानी से उपलब्ध हैं।

दिल्ली एनसीआर में सबसे बड़े रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक एटीएस समूह ने इस साल के शुरुआती तीन महीनों में 1,000  करोड़ से भी अधिक की बिक्री दर्ज कर चुका है। एटीएस व उसकी किफायती हाउसिंग कंपनी होमक्राफ्ट ने नोएडा, गुडगांव, मोहाली व चंडीगढ़ में करीब 975 से भी अधिक प्रोजेक्ट की बिक्री कर चुका है।

होमक्राफ्ट ने इस साल अप्रैल माह में पश्चिमी ग्रेटर नोएडा में अपने पहले प्रोजेक्ट को लांच किया है। कंपनी इस प्रोजेक्ट के लिए 500 करोड़ खर्च करने वाली है। कंपनी यह खर्च डेट, इंटरनल एक्रुअल व खरीदारों से मिले एडवांस से फंड करेगी। मिड सेग्मेंट को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट ‘हैप्पी ट्रेल्स’ साल 2022 तक पूरा हो जाएगा। होमक्राफ्ट का यह नवीन प्रोजेक्ट है।

दिल्ली से बेहतर कनेक्टिविटी

दिल्ली से बेहतर कनेक्टिविटी भी एक कारण है जिससे मोबाइल कंपनियों के लिए नोएडा पंसद बनता जा रहा है। यह और भी सुगम हो जाएगा जब नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच 30 किलोमीटर लंबी एक्वा मेट्रो लाइन चालू हो जाएगी।  त्योहारी सीजन में एनसीआर में आवासीय रियल एस्टेट में निवेश के लिए सबसे उचित समय बनता जा रहा है, खासतौर पर नोएडा क्षेत्र। क्रेडाई के चेयरमैन व एटीएस के सीएमडी, गीतांबर आनंद का कहना है कि अचल संपत्ति क्षेत्र में साल 2018 की वृद्धि आने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए एआरआई अधिनियम के साथ खरीदारों के आत्मविश्वास की वापसी के रूप में देखा जा सकता है।

बिल्डर्स ने निकाले ऑफर्स

रियल एस्टेट डेवलपर्स अब आसान पेमेंट स्कीम जैसे एक्सटेंडेड डिस्काउंट, फुली पैक्ड फ्लैट्स, और मर्सीडीज बेंच व दूसरी कारों, सोने के सिक्के, आईफोन आदि जैसे विकल्पों की पेशकश कर रहे हैं। डेवलपर्स खासतौर पर यह विकल्प त्योहारी सीजन को ध्यान में रखकर दे रहे हैं। महागुन व सिक्का ग्रुप जैसी कंपनियां रेडी-टू-मूव इन्वेंटरी में 25 फीसदी तक की छूट भी दे रहे हैं। वहीं गौर संस, सुपरटेक, अंतरिक्ष, साया, गुलशन होम्स, मिगसन व एक्जॉटिका जैसी कंपनियां फ्री कार पार्किंग, क्लब मेंबरशिप, लीज रेन्ट, फ्री मॉडुल किचन व बेडरूम में वार्डरॉब  जैसे ऑफर्स की पेशकश कर रही हैं।

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