प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोहड़ी के दिन देश भर के किसानों को नई फसल बीमा योजना को मंज़ूरी देकर बड़ा तोहफा दे दिया। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में नई फसल बीमा योजना को मंजूरी देने का फैसला ले लिया गया।
नई फसल बीमा योजना में किसानों को विभिन्न फसलों के लिए पहले की तुलना में कम बीमा राशि का भुगतान करना होगा। नई बीमा योजना में बागवानी फसलों को भी शामिल किया गया है।
प्राकृतिक आपदा की वजह से अगर फसलों को क्षति होती है तो ऐसे में इसका आंकलन काफी कम समय में किया जाएगा। साथ ही एक निश्चित समय के अंदर बीमा राशि का भी भुगतान किया जा सकेगा।
सरकारी अनुमान के मुताबिक़ इस नई फसल बीमा योजना में 50 फ़ीसदी से ज़्यादा किसान शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक़ नई योजना में किसानों की बीमा प्रीमियम का 95 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सा केंद्र और राज्य सरकारें वहन करेंगी।
इन क्षेत्रों को होगा ज़्यादा फ़ायदा
नई बीमा योजना का सबसे ज़्यादा लाभ बुंदेलखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी बिहार, सौराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा और तटीय ओडिशा जैसे जोखिम वाले क्षेत्रों को होगा। नई योजना में एक बड़ा संशोधन नुकसान के सर्वे को लेकर भी हुआ है। राजस्व विभाग की सर्वेक्षण रिपोर्ट को अब सभी बीमा कंपनियों को स्वीकार करना ज़रूरी होगा।