रायपुर : अधिवक्ताओं की सुरक्षा को लेकर बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने 16 मार्च को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। सोमवार को अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए वकील न्यायालय से संबंधी कामकाज नहीं करेंगे। अदालत में होने वाली सुनवाई में भी भाग नहीं लेंगे। यह हड़ताल छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में प्रभावी होगी, जिससे हजारों प्रकरणों की सुनवाई प्रभावित हो सकती है। स्टेट बार एसोसिएशन के मेंबर रामनारायण व्यास का कहना है कि अधिवक्ताओं की हड़ताल से न्यायालय के कामकाज प्रभावित हो सकते हैं। एक दिवसीय हड़ताल के तहत वकील पैरवी नहीं करेंगे। इससे न्यायालयों में सुनवाई के निर्धारित प्रकरणों में तारीख आगे बढ़ जाएगी। जिला अधिवक्ता संघ के सचिव हितेंद्र तिवारी ने बताया कि वकीलों की हड़ताल का यहां स्टैम्प वेंडरों और नोटरी ने भी समर्थन किया है। सोमवार को अदालत परिसर में स्टैम्प भी नहीं मिलेगा और नोटरी नहीं हो पाएगी। इससे न्यायालय संबंधी सैकड़ों कामकाज प्रभावित होंगे और पक्षकारों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों इलाहाबाद की एक अदालत में एक कांस्टेबल ने एक अधिवक्ता को गोली मार दी थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना को लेकर बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने अदालतों में अधिवक्ताओं को सुरक्षा देने की मांग की है और इसके लिए सार्थक प्रयास करने के लिए कहा है। रायपुर सहित पूरे प्रदेश में रोज हजारों प्रकरणों पर सुनवाई होती है, जिस पर पक्षकार के साथ अधिवक्ता भी उपस्थित होते हैं, लेकिन सोमवार को हड़ताल के मद्देनजर वकील पैरवी नहीं करेंगे।