वज़न घटाने का बेहतरीन उपाय जैसा आपने पहले कभी नहीं सुना होगा, 3 दिन में कम करें 5 किलो वजन
हॉलीवुड की तारिकाएँ अपनी उम्र के 40वें, 50वें और यहाँ तक कि 60वें दशक में भी इतनी दुबली-पतली कैसे दिखती हैं? क्या यह हमेशा मँहगे लिपोसक्शन और ख़तरनाक प्लास्टिक सर्जरी से होता है? डॉ. ओज़ का जवाब है – नहीं! अगर वे सभी बेहतर दिखने के लिए सर्जरी नहीं करवाती हैं तो उनका राज़ क्या है? पढ़ते रहिए, यह बहुत ही असरदार, सुरक्षित और सस्ता उपाय है!
उन्होंने बताया कि उन्हें बेहद खुशी हुई जब महीनों के तकलीफदेय परीक्षणों और शोध के बाद उनकी टीम को एक ऐसा उत्पाद मिला जिसकी मदद से लोग एक ही महीने में 23-27 किलो तक वज़न कम कर पाते हैं। आश्चर्य यह है कि यह सुरक्षित है, और कीमत नहीं के बराबर है। अपने शो में उन्होंने जिस उत्पाद का ज़िक्र किया वह है Green Coffee।
तो यह क्या है?
वज़न घटाने के दो मुख्य घटक हैं:
1. कैफीन
2. क्लोरेजेनिक एसिड
ये दोनों प्राकृतिक पदार्थ हैं जो मिलकर कोशिकाओं के स्तर पर चर्बी और सेल्युलाइट जलाने का काम करते हैं – इसीलिए वे इतने असरदार हैं।
कैफीन:
वज़न घटाने की इस पहेली का, जिसके बारे में डॉ. ओज़ ने बताया, पहला भाग है कैफीन। यह दुबले होने की प्रक्रिया के दौरान मेटाबोलिज़्म बढ़ा देती है और प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को बेहतर बना देती है।
क्लोरोजेनिक एसिड:
सबसे पहले, यह ग्लूकोज़ और शरीर की चर्बी को उर्जा में बदलता है। और फिर, यह शरीर में शुगर के अवशोषण को रोकता है, जिसके कारण शरीर में चर्बी जमा होना बंद हो जाती है। इसके अलावा, यह त्वचा को साफ करता है और कसता है, इसका व्यापक एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है, और यह भूख कम करता है।
“इसे कैसे किया जाए?”
यह असल में बहुत आसान है। आप हर भोजन से तीस मिनट पहले Green Coffee का सेवन कीजिए और कुछ ही दिनों में आपको अपने शरीर में काफी स्पष्ट बदलाव दिखने लगेंगे!
हमने इसका परीक्षण करना तय किया!
शो के बाद और बेशुमार खत मिलने के बाद हम बहुत उत्साहित थे, हम इसे खुद आजमा कर देखना चाहते थे इसकी तारीफ़ में लेख लिखने से पहले। हमने अपने ऑफिस से ही एक वालंटियर लेने का फैसला किया। आपका परिचय श्रवणी चटर्जी से करवाते हैं, वह तीन बच्चों की एक 37 वर्षीया माँ हैं। वह वज़न घटाने वाले उत्पाद के परीक्षण के लिए तुरंत राज़ी हो गईं। यह रही उनकी कहानी…
श्रवणी की कहानी और 14 दिनों के परीक्षण के परिणाम:
श्रवणी तीन बच्चों की 37 वर्षीय माँ हैं, वह कलकत्ता की रहने वाली हैं। उनकी उम्र की अधिकतर महिलाओं की तरह, उम्र ने उनके शरीर पर भी अवांछित चर्बी जमा करना शुरू कर दिया था। श्रवणी का कहना है कि वह वालंटियर बनने को राज़ी हुईं क्योंकि वह बहुत निराश हो चुकी थीं। आजमाई हुई किसी भी चीज़ से उन्हें वांछित परिणाम नहीं मिले थे। वह तो बहुत कीमती और जोखिम भरे लिपोसक्शन के बारे में भी सोच रही थीं। वह उनके लिए आखिरी उपाय था।