जीवनशैली

वर्किंग वुमन हों या होममेकर जरूर जानें लारा दत्ता की लाइफस्टाइल, मिलेंगे जिंदगी के नए मायने

lara-datta-552f6b22d9909_lभले ही लारा दत्ता एक सेलीब्रिटी हैं, लेकिन उनकी लाइफस्टाइल से आप भी काफी हद तक अपनी जिंदगी को सरल बना सकती हैं। किस तरह एक मां होने के बाद खुद को उन्होंने फिट रखा और कैसे मैनेज की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ… खुद जानिए उनकी जुबानी…

मैरिज मैजिक

लारा कहती हैं, शादी ने मुझे कम्फर्टेबल जोन में ला दिया है, जितना यकीन मुझे था उससे भी कहीं ज्यादा। मैं व्यस्त हो गई हूं लेकिन अच्छा भी महसूस करती हूं। जब आप ये जानते हैं कि आपके सपोर्ट में कोई है हर समय तो आप आश्वस्त हो जाते हैं कि वो देख लेगा। ये आश्वासन आपके जीने का तरीका ही बदल देता है। महेश मेरा बहुत खयाल रखते हैं। वे अच्छे दोस्त हैं जो मुझे अच्छे से समझते हैं।

मेरी सबसे पहली प्राथमिकता

बतौर एक्ट्रेस जीवन में कई बदलावों से गुजरी हूं, प्रेगनेंसी से पहले भी काफी कुछ अलग था। मैं कभी भी पीछे मुड़कर देखने में यकीन नहीं करती थी। लेकिन सायरा के हमारे बीच आ जाने के बाद मैं पूरी तरह बदल गई हूं। मां बनने के बाद एक एक्ट्रेस को फिर से ट्रैक पर आने के लिए कुछ समय चाहिए। बच्चे के आने के बाद कुछ साल उसके लिए अहम होते हैं।

मेरी बेटी मेरी सबसे पहली प्राथमिकता है और मैं उसके साथ ही ये वक्त पूरी तरह बिताना चाहती हूं। आने वाले समय में मैं काम करना चाहती हूं, लेकिन तब जब मैं अपनी बेटी और काम के बीच पूरी तरह तालमेल बिठा सकूं। मां बनना हर मायने में एक बड़ी जिम्मेदारी है। मेरी जिंदगी फिलहाल पूरी तरह से मेरी बिटिया के इर्द-गिर्द ही घूम रही है। सायरा अभी काफी छोटी है और मुझे लगता है कि एक एक्ट्रेस के तौर पर अभी वह समय नहीं आया है कि मैं फिर से काम के बारे में सोचूं। जब वह बड़ी हो जाएगी और मेरे काम के बारे में उसे समझ आएगा तब शायद मैं काम करुं। वैसे भी मैं चाहती हूं कि वह मुझे एक्ट्रेस के रूप में नहीं बल्कि अच्छी मां के रूप में जाने।

मेरा वेलनेस मंत्रा

प्रेगनेंसी के समय मेरा 25 किलो वजन बढ़ गया था। मैं चकित रह जाती थी ये देखकर कि कैसे दूसरी सेलिब्रिटीज अपनी डिलिवरी के महज कुछ ही महीनों बाद मैग्जीन्स के कवर पेज पर अपने पहले से फिगर के साथ मौजूद होती हैं। मेरे लिए तो ये असंभव ही था। आखिरकार आपकी बॉडी की भी तो कुछ जरूरतें होती हैं और उसे फिर से शेप में आने के लिए कुछ समय तो चाहिए ही। ऐसे में कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए जब कोई महिला ये कहे कि वे सुबह जल्दी उठने की वजह से थक जाती हैं। मेरे हिसाब से वैलनेस की शुरुआत होती है जब आप खुद से प्यार करें, खुद का खयाल रखें पॉजिटिविटी के साथ। ये जिम में वर्कआउट करना और सिर्फ वजन कम करना ही नहीं है।

आपको तय करना होगा कि आपके लिए कौनसा रिजीम सबसे अच्छा रहेगा। सही खाना, नींद और एक्सरसाइज ये सब बैलेंस्ड होना जरूरी है। बॉडी कंडीशनिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और कार्डियो ये आपके वर्कआउट में जरूर इन्वॉल्व हों। फिटनेस से जुड़ी एक्टिविटीज में फन होना जरूरी है। मेरी डाइट और पोर्शन्स के साथ में मैं कभी चीटिंग नहीं करती। मैं थ्री डे वेट ट्रेनिंग और थ्री डे योगा के नियम का पालन करती हूं। इसमें छह दिनों का कार्डियो प्रोग्राम शामिल है। मेरे पर्सनल ट्रेनर मुझे पूरे वर्कआउट शेड्यूल में मदद करते हैं जो कि हर दिन डेढ़ घंटे का होता है। मैं कार्डियो और वेट ट्रेनिंग कॉम्बिनेशन फॉलो करती हूं और योगा तो मैं पिछले 15 सालों से लगातार करती आ रही हूं। मैं दावा कर सकती हूं कि योगा ने मेरी जिंदगी ही बदल दी है। इससे मुझे अपने हैक्टिक वर्क शेड्यूल और पर्सनल लाइफ के बीच बैलेंस मेंटेन करने में बहुत मदद मिली है। योगा के बिना शायद मैं कुछ भी करने में समर्थ ना हो सकूं। मैं बाथ योगा और भांगड़ा योगा की प्रैक्टिस भी कर रही हूं।

व्यक्तिगत और कामकाजी जिंदगी

अगर आप अपने समय को ढंग से मैनेज कर पाते हैं तो आप अपनी प्राथमिकताओं और वर्कलाइफ के बीच अच्छी तरह सामंजस्य बिठा पाने में कामयाब हो सकते हैं। मैं सुबह जल्दी उठती हूं। अच्छे से ब्रेकफास्ट करती हूं। मैं दिन में 12-13 घंटे काम करती हूं जो काफी मेहनतभरा होता है। मैं अपने फिटनेस और स्टेमिना पर बहुत ध्यान देती हूं। मैं कई ऐसे लोगों को जानती हूं जिनकी लाइफ स्टाइल  हमारे ही जैसी है लेकिन सेलिब्रिटी होने की वजह से हम लोग ज्यादा नजर में आते हैं। काम और दूसरी चीजों में संतुलन ही सबसे ज्यादा जरूरी है। हर दिन को मैं एक अवसर के रूप में देखती हूं। जिंदगी में साधारण बने रहना जरूरी है। मैं हमेशा कुछ नया करने के लिए उत्साहित रहती हूं, लेकिन जरूरी है कि ये मेरे अनुकूल भी हो।

Related Articles

Back to top button