वर्ल्ड कप टीम में नंबर-4 की जंग, आंकड़ों में रायडू से पीछे राहुल
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वर्ल्ड कप शुरू होने में अब केवल कुछ ही समय बचा है. क्रिकेट के इस महाकुम्भ के लिए भारतीय चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन ने बल्लेबाजी लाइन-अप में सबसे महत्वपूर्ण चौथे स्थान के लिए दावेदार माने जा रहे अंबति रायडू को नहीं चुना. भारतीय चयनकर्ताओं ने जो टीम चुनी है उसमें केएल राहुल, दिनेश कार्तिक और विजय शंकर ऐसे खिलाड़ी हैं जो इस नंबर पर खेल सकते हैं.
इस तीनों में से केएल राहुल का चौथे स्थान के लिए दावा मजबूत नजर आता है. केएल राहुल इस समय फॉर्म में लौट आए हैं और मौजूदा IPL सीजन में 64.50 की बेहतरीन औसत से अब तक 387 रन बना चुके हैं. राहुल इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं. राहुल IPL 12 में एक शतक और 4 अर्धशतक जड़ चुके हैं.
क्या IPL ने दिलाया राहुल को वर्ल्ड कप का टिकट?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या मौजूदा आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर केएल राहुल को अंबति रायडू पर तरजीह दी गई है. क्योंकि इससे पहले राहुल इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खराब फॉर्म से जूझ रहे थे. बता दें कि पिछले चार साल में भारतीय टीम प्रबंधन ने जिन 11 बल्लेबाजों को चौथे स्थान के लिए आजमाया वे अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे.
IPL-12 से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे वनडे में केएल राहुल को नंबर तीन पर मौका देने के कारण कोहली चौथे नंबर पर उतरे. यह पिछले चार वर्षों में तीसरा मौका था, जब कोहली चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे और इन तीन मैचों में वह केवल 30 रन बना पाए. स्पष्ट है कि भारतीय कप्तान को सीमित ओवरों में चौथा नंबर रास नहीं आता और उन्हें तीसरे नंबर पर ही बल्लेबाजी करना भाता है.
केएल राहुल (चार मैच में 26 रन) और केदार जाधव (चार मैच में 18 रन) ने चौथे नंबर पर सबसे अधिक निराश किया. हार्दिक पंड्या को पांच मैचों में चौथे नंबर पर उतारा गया, लेकिन वह भी एक पारी (78 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, इंदौर 2017) को छोड़कर कुछ कमाल नहीं कर पाए. ऐसे हालात में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विश्व कप 2019 में भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप के लिए सरदर्द बना चौथा स्थान कौन संभालता है. केएल राहुल, धोनी, दिनेश कार्तिक, विजय शंकर या कोई और.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब प्रदर्शन रायडू को पड़ा महंगा
रायडू ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज से पहले चौथे नंबर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे. उन्होंने 2015 विश्व कप के बाद इस नंबर पर 14 मैचों में 42.18 की औसत से 464 रन बनाए. रायडू के बाद अगर किसी अन्य बल्लेबाज के लिए यह स्थान आदर्श माना जा रहा था, तो वह पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे. धोनी पिछले चार साल में 12 मैचों में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे, जिसमें उन्होंने 40.72 की औसत से 448 रन बनाए, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 76.84 रहा.
अजिंक्य रहाणे भले ही भारतीय वनडे टीम का सदस्य नहीं हैं, लेकिन एक समय वह भी चौथे नंबर पर उतरने के दावेदार थे. रहाणे ने विश्व कप 2015 के बाद इस नंबर पर दस मैच खेले, जिसमें 46.66 की औसत से 420 रन बनाए. उनका स्ट्राइक रेट भी 92.71 रहा.
दिनेश कार्तिक, मनीष पांडे और युवराज सिंह भी पिछले चार वर्षों में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे. युवराज और पांडे ने इस नंबर पर एक एक शतक भी जमाया, लेकिन अन्य मैचों में वे प्रभावित नहीं कर पाए. कार्तिक को दूसरे विकेटकीपर के रूप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज के लिए टीम में जगह नहीं मिली, जिससे उनकी विश्व कप टीम में जगह को लेकर अनिश्चितता बन गई थी. लेकिन, विकेटकीपिंग के मोर्चे पर ऋषभ पंत की कमजोरी कार्तिक के लिए वरदान बन गई और उन्हें वर्ल्ड कप का टिकट मिल गया कार्तिक ने पिछले चार वर्षों में चौथे नंबर पर नौ मैचों में 264 रन बनाए हैं.
रायडू की खराब फॉर्म राहुल के लिए बनी वरदान
2019 में अंबति रायडू ने अब तक 35 की औसत से 247 रन बनाए थे, जिसमें उनका केवल एक अर्धशतक है. वर्ल्ड कप में नंबर-4 के दावेदार के तौर पर इस हैदराबादी बल्लेबाज के आंकड़े बेहद निराशाजनक हैं.
रायडू के खराब फॉर्म ने मध्यक्रम में केएल राहुल के लिए उम्मीदें बढ़ाई. हालांकि राहुल ने केवल 4 मौकों पर वनडे में नंबर 4 पर बल्लेबाजी की है. उधर, टी-20 इंटरनेशनल में नंबर 4 बल्लेबाज के रूप में उनकी सफलता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. T20I में उनका नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने की औसत 87.00 है.