पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही देश में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश है. मांग उठ रही है कि भारत को इस साल होने वाले क्रिकेट वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहिए, फिर चाहे उसे टूर्नामेंट से हटना ही क्यों ना पड़े. लेकिन कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि अगर ऐसा होता है तो ये सरेंडर से भी बदतर होगा.
शशि थरूर ने लिखा कि 1999 में कारगिल की लड़ाई के दौरान भारत ने वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेला था. तब हमने उसे पटखनी भी दी थी. अगर हम वर्ल्ड कप में उसके खिलाफ नहीं खेलते हैं तो ना सिर्फ हमें दो प्वाइंट्स का घाटा होगा, बल्कि ये सरेंडर से भी बदतर होगा. क्योंकि ये बिना लड़े मिली हार होगी.
आपको बता दें कि वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने को लेकर आज नई दिल्ली में बीसीसीआई की बैठक भी होनी है, जिसपर सभी की नजरें हैं. गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक महान क्रिकेटर रहे हैं, यही कारण है कि क्रिकेट इस समय दोनों देशों के बीच बातचीत की अहम कड़ी बनता जा रहा है.
कई पूर्व क्रिकेटरों की मांग है कि जिस तरह के हालात हैं उसके देखते हुए भारत को वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहिए, अगर आईसीसी पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बैन नहीं करता है तो भारत को हट जाना चाहिए.
गौरतलब है कि इस साल 16 जून को इंग्लैंड के मैनचेस्टर में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला होना है, इस मैच को देखने के लिए करीब 4 लाख से अधिक लोगों ने आवेदन किया है. इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप से पाकिस्तान को हटाने के लिए बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड को चिट्ठी भी लिख सकता है. सूत्रों की मानें तो बीसीसीआई शुक्रवार को होने वाली बैठक में वर्ल्ड कप खेलने पर भी विचार कर सकता है.
भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, युजवेंद्र चहल समेत कई खिलाड़ियों ने कहा है कि खेल से पहले देश है, अगर हम पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलेंगे तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हालांकि, पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर का कहना है कि सबसे अच्छा होगा कि हम पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्डकप में खेलें और अपना गुस्सा उसे हराकर निकालें.