वर्ल्ड रैंकिग में भारत ने दिखाया जलवा, टॉप यूनिवर्सिटी में 49 संस्थान शामिल
टाइम्स हायर एजुकेशन की प्रतिष्ठित ‘इमर्जिंग इकोनॉमीज यूनिवर्सिटी रैंकिंग’ में भारत के कई संस्थानों ने जगह बनाई है. इस बार भारत ने इस लिस्ट में सुधार भी किया है और लिस्ट में भारत के 49 संस्थानों को जगह मिली है. इन 49 में से 25 संस्थान टॉप 200 में जगह बनाने में सफल रहे हैं, जबकि कई संस्थान थोड़ नीचे पायदन पर हैं.
लंदन स्थित ‘टाइम्स हायर एजुकेशन’ के अनुसार, 2019 की सूची में सबसे अधिक जगह पाने वाला देश चीन रहा, जिसकी शिंगुआ यूनिवर्सिटी ने पहला स्थान हासिल किया है, तो वहीं इस लिस्ट के टॉप-5 पायदान में चार संस्थान चीन के ही हैं. टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) उच्च शिक्षा पर डेटा एकत्र करने, उनका विश्लेषण करने और उस पर विशेषज्ञता हासिल करने वाला एक वैश्विक संगठन है, जो हर साल अलग-अलग स्तरों पर शिक्षा जगत से जुड़ी कई रैंकिंग जारी करता है.
इस लिस्ट में भारत के भारतीय विज्ञान संस्थान ने 14वां स्थान हासिल किया है, जो कि भारत के अनुसार सबसे ऊपर है. वहीं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे 27वें नंबर पर रहा. हालांकि, दोनों इस साल एक स्थान पीछे खिसक गए. 2019 की रैंकिंग में 43 देशों की करीब 450 यूनिवर्सिटी को जगह मिली है. पिछले साल इन यूनिवर्सिटी की संख्या 378 थी.
इस साल की लिस्ट भारत के लिए एक मिली-जुली तस्वीर प्रस्तुत करती है. इसमें तेजी से प्रगति कर रहे कई नए संस्थानों को प्रवेश मिला है, जबकि कई संस्थान आगे या पीछे हो गए. संगठन ने कहा कि भारत ने 2018 में 42 संस्थानों की तुलना में इस साल सूची में 49 विश्वविद्यालयों के जगह हासिल करने के साथ ‘टाइम्स हायर एजुकेशन इमर्जिंग इकोनॉमी यूनिवर्सिटी रैंकिंग’ में अपना प्रतिनिधित्व बढ़ाया है।
संगठन ने कहा कि शीर्ष 200 में भारत के 25 विश्वविद्यालय शामिल हैं. हालांकि आईआईटी रुड़की ने 21 स्थानों की लंबी छलांग लगाकर टॉप 40 में जगह हासिल की और वह अब 35 वें स्थान पर पहुंच गया है. भारत की तरफ से लिस्ट में नए प्रवेश पाने वालों में आईआईटी इंदौर ने 61वां स्थान पाया है, तो वहीं जेएसएस उच्च शिक्षा और अनुसंधान अकादमी ने संयुक्त रूप से 64वां स्थान हासिल किया है.
हालांकि, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और अमृता विश्वविद्यालय दोनों ने इस साल शीर्ष 150 में जगह बनायी है, जबकि भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान, पुणे तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान हैदराबाद को पहली बार इस सूची में शामिल किया गया है. बहरहाल, सूची में सबसे अधिक प्रतिनिधित्व पाने वाले देश चीन के 72 संस्थानों इसमें शामिल हैं.