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वर्ल्ड हॉकी लीग के टेंट ठेके पर PM पंडाल हादसे की छाया, अफसरों की भूमिका पर सवाल

स्तक टाइम्स/एजेंसी- hock_1447711620राजधानी में 27 नवंबर से शुरू होने वाले वर्ल्ड हाकी लीग की तैयारियों में बड़ा विवाद जुड़ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 8 मई को रायपुर आगमन से ठीक पहले बवंडर में उड़े सभा के पंडाल का काम कर रहे राजधानी के एक किराया भंडार को ही हॉकी लीग में टेंट वगैरह के लिए टेंडर किए बिना 50 लाख रुपए का काम दे दिया गया है। नई राजधानी में हुए डोम हादसे में एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी और 71 घायल हो गए थे।
 
इसके चलते पूरे मामले की सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की गई है जिसमें आरोप लगाया गया है कि पुराने हादसे के जांच भी नहीं पूरी हुई है और फिर से उसे नियमों के विपरीत काम दे दिया गया है। राजधानी के सरदार वल्लभभाई स्टेडियम में 27 नवंबर से 6 दिसंबर तक वर्ल्ड हॉकी लीग के मुकाबले खेले जाने हैं। इसके लिए स्टेडियम में दर्शकों के लिए 850 सीटों की अस्थाई गैलरी बनाई जा रही है।
 
इसी मैदान पर हस्तशिल्प विभाग, पर्यटन विभाग, संस्कृति विभाग, डाक विभाग सहित कई विभागों के 55 स्टॉल भी लगेंगे। स्टॉल खिलाड़ियों के लिए लगाए जा रहे हैं ताकि वे राज्य से संबंधित वस्तुएं एक ही जगह खरीद सकें। अस्थायी गैलरी से लेकर स्टॉल तक की व्यवस्था का जिम्मा इसी किराया भंडार को दिया गया है। यह काम 50 लाख रुपए का है। विभाग ने टेंडर बुलाने की औपचारिकता भी पूरी नहीं की।
 
प्रधानमंत्री से की गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि खेल विभाग ने इस फर्म को काम देने में जल्दबाजी दिखाई है। विभाग ने इससे पहले दूसरी फर्म को यह काम सौंपने का पत्र लिखा था और उनसे सहमति पत्र मांगा था। फर्म ने 23 अक्टूबर को सहमति पत्र दिया। लेकिन कुछ दिन बाद ही आनन-फानन में यह काम डोम हादसे से विवादित हुई फर्म को सौंप दिया गया।
 
क्लीनचिट तो दूर, जांच भी पूरी नहीं हुई
 
नया रायपुर में प्रधानमंत्री की सभा के लिए बनाए गए डोम के गिरने के छह माह बाद भी दंडाधिकारी जांच पूरी नहीं हुई है, जबकि जांच एक महीने के भीतर होनी थी। रिपोर्ट बनना तो दूर, अब तक प्रभावित लोगों के बयान नहीं हुए हैं। डोम हादसे की जांच रायपुर एडीएम कर रहे हैं। डोम बनाने का काम दिल्ली की एक कंपनी को दिया गया था। वहीं सीएसआईडीसी ने सभास्थल पर टेंट, पंडाल और कुर्सियों की व्यवस्था के लिए राजधानी के किराया भंडार को 10 अक्टूबर 2014 को स्वीकृत दरों पर काम दिया था। डोम हादसे की दंडाधिकारी जांच छह माह में भी पूरी नहीं हुई है। ऐसे में इसी किराया भंडार को काम क्यों दिया गया, यह सवाल उठाया गया है।
 
ये बोले जिम्मेदार: मंत्री ने कहा-जांच कराऊंगा, सचिव बोले-मेरे लेवल का मामला नहीं
प्रधानमंत्री से की गई शिकायत के बारे में खेल मंत्री भैयालाल रजवाड़े ने कहा कि वर्ल्ड हाकी लीग मेंं किसी प्रकार का विवाद नहीं होना चाहिए। इसलिए पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। वहीं इस बारे में खेल सचिव दिनेश श्रीवास्तव ने कहा यह उनके लेवल का मामला नहीं है। आयुक्त से इस बारे में बात की जा सकती है। खेल आयुक्त अनिल राय का तर्क दोनों से जुदा है, वे इसे दो फर्मों की आपसी प्रतिस्पर्धा मान रहे हैं।

 

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