जयपुर (एजेंसी)। राजस्थान की नव निर्वाचित मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सीख लेते हुए अपनी सुरक्षा घटाकर आधी कर दी है और आलीशान मुख्यमंत्री आवास लेने से इंकार कर दिया है। यह जानकारी उनके नजदीकी सूत्रों ने दी। कुछ दिन पहले उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओमेंद्र भारद्वाज से सुरक्षा में कटौती करने के लिए कहा था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा ‘‘अपने निर्देश में उन्होंने कहा कि सैकड़ों पुलिस कर्मियों को उनकी सुरक्षा से हटाया जाए उन्हें आम आदमी की सुरक्षा में लगाया जाए।’’ अधिकारी ने कहा कि यदि सुरक्षा कम कर दी जाएगी तो अधिक लोग उनसे मिल पाएंगे। मुख्यमंत्री ने इसके अलावा मुख्यमंत्री बंगला नहीं लेने का भी फैसला किया है। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ‘‘उन्होंने 13 सिविल लाइंस के अपेक्षाकृत छोटे सरकारी आवास में रहने का फैसला किया है।’’ 2००3-2००8 के उनके पिछले कार्यकाल में उनकी आलोचना की जाती रही थी कि उन्होंने 8 सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री बंगले में काफी नवीनीकरण कराया था। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया था कि वह अपनी सुविधा पर आम लोगों का पैसा बहा रही हैं। ग्वालियर के राजघराने से संबंध रखने वाली राजे ने पुलिस को यह भी निर्देश दिया है कि उनके काफिले के लिए विशेष इंतजाम नहीं किए जाएं। यातायात विभाग के एक अधिकारी ने कहा ‘‘उन्होंने कहा है कि वह लाल बत्तियों पर रुका करेंगी ताकि आम आदमी को परेशानी नहीं झेलनी पड़े।’’ राजे ने अपने ऊपर खर्च घटाने के लिए राजकीय विमान का उपयोग करने की जगह वाणिज्यिक विमान का इस्तेमाल करने का भी फैसला किया है। जयपुर के सोदाला क्षेत्र के निवासी विनोद कुमार ने कहा कि राजे के फैसले का स्वागत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा ‘‘आखिरकार राजनेता यह महसूस करने लगे हैं कि वह भी आम आदमी का हिस्सा हैं उनसे ऊपर नहीं।’’