वाटसन का शतक, चेन्नई तीसरी बार बना चैम्पियन
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मुम्बई । आईपीएल के 11वें सीजन के खिताबी मुकाबले में चेन्नै सुपर किंग्स ने शेन वॉटसन की विस्फोटक शतकीय पारी की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हराकर खिताब पर तीसरी बार अपना कब्जा जमा लिया है। शेन वॉटसन ने 57 बॉल पर नाबाद 117 रन की पारी खेली और वह अंत तक आउट नहीं हुए। अपनी इस मैराथन पारी के दौरान वॉटसन ने 11 चौके और 8 गगनचुंबी छक्के जड़कर विरोधी टीम को मैच से बाहर ही कर दिया। वॉटसन ने सुरेश रैना (32) के साथ दूसरे विकेट के लिए 117 रन की साझेदारी निभाई, जो चेन्नै सुपर किंग्स की जीत में अहम साबित हुई।
179 रन का लक्ष्य लेकर उतरी चेन्नै सुपर किंग्स की शुरुआत धीमी रही और चेन्नै सुपर किंग्स भुवी और संदीप शर्मा की बोलिंग के सामने पहले 4 ओवर में सिर्फ 16 रन ही जोड़ सकी। इस बीच उसने अपने पिछले मैच के हीरो रहे फाफ डु प्लेसिस (10) का विकेट सस्ते में ही गंवा दिया। इतना ही नहीं चेन्नै की जीत के नायक रहे शेन वॉटसन ने सनराइजर्स के खिलाफ अपना खाता खोलने के लिए 10 बॉल तक संघर्ष किया। वॉटसन ने 11वीं बॉल पर अपना खाता खोला और इसके बाद एक बार वह शुरू हुए, तो फिर पारी के अंत तक उन्होंने रुकने का नाम नहीं लिया।
चेन्नै सुपर किंग्स की पारी की शुरुआत में भुवनेश्वर ने अपनी दो ओवर में एक मेडन समेत पहली 10 बॉल तक कोई रन खर्च नहीं किया था, तब लग रहा था कि धारदार बोलिंग के लिए जानी जाने वाली सनराइजर्स हैदराबाद के सामने चेन्नै सुपर किंग्स के लिए यह लक्ष्य आसान नहीं होगा। लेकिन एक बार जब, वॉटसन ने लय हासिल की, तो फिर इस मैच में सनराइजर्स के किसी भी बोलर की एक नहीं चल पाई।
इससे पहले आईपीएल सीजन 11 के निर्णायक मुकाबले में यूसुफ पठान की उम्दा पारी की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद ने चेन्नै सुपर किंग्स को 179 रन का लक्ष्य दिया । पारी के 13वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए यूसुफ ने अपनी टीम के लिए इस अहम मुकाबले में 25 बॉल पर 45 रन की उम्दा पारी खेली। अपनी इस पारी में उन्होंने 2 छक्के और 4 चौके लगाए। अंतिम ओवरों में दूसरे छोर से कार्लोस ब्राथवेट ने भी उनका बखूबी साथ निभाया। ब्राथवेट ने 11 बॉल पर 21 रन बनाए। पारी की अंतिम बॉल पर वह छक्का जड़ने के प्रयास में आउट हुए। चेन्नै की ओर से रविंद्र जडेजा, कर्ण शर्मा, लुंगी गिडी ड्वेन ब्रावो और शार्दुल ठाकुर ने 1-1 विकेट लिया। चेन्नै ने टॉस जीतकर सनराइजर्स को पहले बैटिंग का न्योता दिया था। SRH की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और मैच के दूसरे ओवर श्रीवत्स गोस्वामी (5) रन आउट होकर पविलियन लौट गए। गोस्वामी फाइन लेग पर शॉट खेल कर्ण शर्मा के सामने 2 रन चुराना चाहते थे, लेकिन कर्ण शर्मा ने बॉल पर तेजी से झपटते हुए उसे धोनी की ओर फेंक दिया और जब तक गोस्वामी क्रीज पर लौटते, तब तक धोनी उनका काम तमाम कर चुके थे।
पहला विकेट गिरने के बाद कप्तान केन विलियमसन ने शिखर धवन के साथ मिलकर 51 रन जोड़े। दोनों बल्लेबाज संभलकर पारी को आगे बढ़ा रहे थे और स्कोर को 64 रन पर पहुंचा दिया। इसके बाद कैप्टन कूल धोनी ने बॉल रविद्र जडेजा को सौंप दी और जडेजा ने अपने पहले ही ओवर में शिखर धवन (26) को बोल्ड कर दिया। धवन जडेजा की इस बॉल पर स्लॉप स्वीप लगाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उनके बैट को छकाते हुए थाई पैड से टकराई और सीधे स्टंप पर जा लगी। इस तरह 64 रन के कुल योग पर सनराइजर्स ने अपना दूसरा विकेट गंवा दिया। धनव ने यह 26 रन बनाने के लिए 25 बॉल खर्च कीं, जिसमें 2 चौके और 1 छक्का शामिल रहा।
तीसरे विकेट के लिए केन विलियमसन का साथ देने क्रीज पर शाकिब अल हसन आए और उन्होंने तेजी से रन जुटाना शुरू कर दिए। शाकिब को देखकर विलियसन ने भी तेजी से रन जुटाने का काम शुरू किया। दोनों ने मिलकर स्कोर को 100 पार पहुंचा दिया। इस बीच विलियमसन (47) कर्ण शर्मा की एक बॉल पर वह चूक गए और विकेट के पीछे चौकन्ने खड़े धोनी ने उन्हें क्रीज पर वापस लौटने का कोई मौका नहीं दिया। इस तरह 36 बॉल पर 5 चौके और 2 छक्के जड़ चुके विलियमसन को वापस पविलियन लौटना पड़ा। विलियमसन के बाद शाकिब अल हसन और यूसुफ पठान ने जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेते हुए तेजी से रन बटोरने का सिलसिला जारी रखा। इस बीच 15 बॉल में 23 रन बनाकर शाकिब ड्वेन ब्रावो की बॉल पर आउट हो गए। ब्रावो की फुल टॉस बॉल को शाकिब बाउंड्री के पार पहुंचाना चाहते थे, लेकिन वह बॉल को ठीक से कनेक्ट नहीं कर पाए और सुरेश रैना ने उन्हें कैच कर पविलियन भेज दिया। शाकिब चौथे विकेट के रूप में पविलियन लौटे। इसके बाद दीपक हुड्डा (3) भी जल्दी चलते बने।