वाराणसी में पीएम मोदी ने की पहले ई-रिक्शा और फिर ई-बोट की सवारी
एजेंसी/ वाराणसी: रविवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में ई-बोट और ई-रिक्शा के विमोचन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने दोनों ही वाहनों की सवारी भी ली। अस्सी घाट पर बोट की सवारी के बाद पीएम ने कहा ‘वह योजनाएं जरूरी हैं जो जनता को मजबूत बनाती हैं, न कि वह जो वोट बैंक को मजबूत करती हैं।’ ऐसा बयान देकर मोदी ने उन लोगों पर निशाना साधा जो उनके वाराणसी दौरे के पीछे राजनीतिक उद्देश्य देख रहे हैं।
वाराणसी आने से पहले प्रधानमंत्री ने बलिया में पांच करोड़ गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देने की योजना का शुभारंभ भी किया। पीएम के इस दौरे को 2017 में होने वाले उप्र विधानसभा चुनाव से पहले की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि पीएम ने अपने भाषण में बार बार इस बात के संकेत दिए हैं कि उनकी यात्रा को राजनीतिक परिदृश्य में न देखा जाए।
गरीबी के खिलाफ लड़ाई
उन्होंने कहा कि केंद्र की योजना है कि उत्तरप्रदेश के विकास के लिए अपार संसाधनों का आवंटन किया जाए। पीएम के मुताबिक ‘विकास का फल भारत के पूर्वी इलाकों तक भी पहुंचना चाहिए, तभी हम गरीबी के खिलाफ मजबूती से खड़े हो पाएंगे।’
इससे पहले भी पीएम ने वाराणसी दौरे के दौरान 45 हज़ार करोड़ रुपए की इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम (IPDS) का विमोचन किया था – योजना का उद्देश्य भारत के सबसे पुराने शहर के बिगड़ते मूलभूत ढांचे में सुधार लाना था। वहीं जनवरी में वाराणसी से दिल्ली के बीच हफ्ते में तीन दिन चलने वाली सुपरफास्ट महानामा एक्सप्रेस को भी पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी।