एजेंसी/ विजय माल्या और सुब्रत राय, दोनों अपने समय के बादशाह – किंग ऑफ गुड टाइम्स। लेकिन कहते है समय किसी कोे नहीं छोड़ता। एेसा ही कुछ देखने को मिला विजय माल्या और सुब्रत राय के साथ। हजारों करोड़ों के मालिक अाज छुपते फिर रहे है या फिर न्यायालयों के सामने हाथ जोड़े खड़े है।
किंगफिशर एयरलाइंस के विजय माल्या देश के 17 सरकारी बैंकों के लगभग 9000 करोड़ रुपये डकार गए। मनी लॉंडरिंग जैसे संगीन वित्तीय अपराधों को अंजाम दिया। एयरलाइंस के सैकड़ों कर्मचारी बेरोजगार और बेहाल सड़क पर हैं। विजया माल्या आज देश से हजारों किलोमीटर दूर लंदन के गांव में बनी अपनी हवेली में चैन की बंसी बजा रहे हैं।
सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय ने अपने तथाकथिक 3 करोड़ निवेशकों से 24,000 करोड़ रुपये नियमों की अनदेखी कर जुटाए। पकड़े गए, तो मामला कानूनी दांव-पेंच में पड़ा। कोर्ट को जैसे ही समझ आया कि सुब्रत राय का इरादा पैसे लौटाने का नहीं है, उन्हें सलाखों के पीछे ढ़केल दिया। बीते दो साल से सुब्रत राय दिल्ली की तिहाड़ जेल में हैं। अदालत ने सहारा प्रमुख की बेल के लिए 10,000 करोड़ रुपये जमा कराने की शर्त रख दी है। लेकिन राय जेल में रहना ज्यादा पसंद कर रहे है, न की पैसे लौटाने के।
सहारा की दस संपत्तियों की होगी ई-नीलामी
सहारा की दस संपत्तियों की जल्द ही ई-नीलामी होगी। इन संपत्तियों की रिजर्व कीमत 1200 करोड़ रुपये रखी गई है। ई-नीलामी एचडीएफसी रियल्टी और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स कराएंगीं, जिन्हें पूंजी बाजार नियामक सेबी ने यह जिम्मेदारी सौंपी है। एचडीएफसी रियल्टी को सहारा के 31 भूखंडों को 2400 करोड़ रुपये और एसबीआई कैप को 30 भूखंडों को 4100 करोड़ रुपये में बेचने को कहा गया है।
सेबी ने हाल में सुप्रीम कोर्ट की ओर से सहारा की संपत्तियों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश के बाद यह कदम उठाया है। सहारा की संपत्तियों के मालिकाना हक से जुड़े दस्तावेज सुप्रीम कोर्ट में जमा हैं। एचडीएफसी रियल्टी ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी करते हुए कहा है कि वह सहारा के पांच भूखंडों की नीलामी 4 जुलाई को सुबह 11 से 12 के बीच करेगी। इस नीलामी पर रिजर्व मूल्य पर 722 करोड़ रुपये मिलेंगे।
एसबीआई कैप भी 7 जुलाई को सुबह साढ़े दस बजे से साढ़े ग्यारह बजे के बीच पांच भूखंडों की नीलामी करेगी। इससे रिजर्व प्राइस पर 470 करोड़ रुपये आएंगे।
ये संपत्तियां आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात और उत्तर प्रदेश में हैं। जो संपत्तियां बेची जा रही हैं उनमें कृषि और गैर कृषि दोनों तरह के भूखंड शामिल हैं।
किंगफिशर विला बिकने को तैयार
बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस के कर्जदारों ने गोवा में किंगफिशर विला की कीमत तय करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। कर्जदारों को लंबी कानूनी लड़ाई के बाद पिछले महीने इसका कब्जा मिला था। अगले कुछ दिनों में विला की बिक्री के लिए कीमत तय करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद बिक्री प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाला कंसोर्टियम 9000 करोड़ रुपए बकाए की वसूली के लिए प्रयास कर रहा है।