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वित्त वर्ष के अंत तक, केयर्न-वेदांता का विलय चालू

cairn-vedanta_indiatvpaisa_06_08_2016लंदन। वेदांता लि. में केयर्न इंडिया लि. के विलय की प्रक्रिया मौजूदा वित्त वर्ष 2016-17 के अंत तक पूरी हो जाएगी। वेदांता ग्र्रुप के प्रमुख अनिल अग्र्रवाल का कहना है कि हमारी रणनीति ग्र्रुप का ऐसा स्ट्रक्चर तैयार करने की है जिसमें शेयरधारकों को बेहतरीन रिटर्न मिल सके। अग्रवाल जो वेदांता रिसोर्सेज पीएलसी के भी चेयरमैन हैं, ने यहां शेयरधारकों को बताया कि विलय के बाद समूह का स्ट्रक्चर काफी सीधा-सादा होगा। वेदांता ग्र्रुप माइनिंग और एनर्जी सेक्टर का दिग्गज खिलाड़ी है। वेदांता लि. में केयर्न इंडिया लि. के विलय की शर्तें और नियम पिछले महीने घोषित की गई थीं।

सभी के लिए फायदे का सौदा

अग्रवाल ने कहा कि यह विलय सभी शेयरधारकों के लिए फायदे का सौदा साबित होगा। हम विलय की प्रक्रिया को इस वित्त वर्ष के दौरान पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं। उम्मीद है कि यह काम समय से पूरा हो जाएगा। वेदांता लि., केयर्न इंडिया लि. और वेदांता रिसोर्सेज पीएलसी ने 22 जुलाई को विलय की विस्तृत योजना की घोषणा की थी। हालांकि विलय की घोषणा पिछले साल 14 जून को की गई थी।

नई कंपनी का स्ट्रक्चर

विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वेदांता लि. में वेदांता पीएलसी की हिस्सेदारी घटकर 50.1 फीसद रहने की संभावना है। इस समय उसकी हिस्सेदारी 62.9 फीसद है। केयर्न इंडिया अल्पमत हिस्सेदार होगा और उसके पास 20.2 फीसद हिस्सेदारी होगी। इसी तरह वेदांता लि. के पास नई कंपनी में 29.7 फीसद हिस्सेदारी होगी।

 

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