हमारे प्राचीन ग्रंथों और वेदों में लाइफ मैनेजमेंट के कई सूत्र लिखे हुए है. इन सूत्रों को अपनाकर कोई भी व्यक्ति अपनी जिंदगी को पहले से बेहतर और सरल बना सकता है. लाइफ मैनेजमेंट पर महात्मा विदुर ने भी कई महत्वपूर्ण बातें बताई है. विदुर महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक थे. उन्होंने देश, काल और परिस्थिति के अनुसार कई कारगर सूत्र बताये है. ‘विदुर नीति’ में इन सभी तरह के सूत्रों का संग्रह देखा जा सकता है. आज हम आपको विदुर नीति के अनुसार बताने जा रहे है कि किन 5 तरह के लोगों से दोस्ती नहीं करनी चाहिए.
आइये जानते है किन 5 तरह के लोगों से नहीं करनी चाहिए दोस्ती
1. अभिमानी
अभिमानी यानी घमंडी, जिन लोगों के अपने धन, रंग, रूप, काया और पद आदि का अभिमान होता है ऐसे लोगों से दोस्ती करना ख़तरनाक होता है. ऐसे लोग कभी भी अपने से नीचे वर्ग के लोगों का मजाक उड़ा सकते है. इसलिए ऐसे लोगों से भूलकर भी दोस्ती नहीं करनी चाहिए.
2. मुर्ख
जो लोग मुर्ख होते है, जिन्हें अच्छे-बुरे, धर्म-अधर्म आदि का ज्ञान नहीं होता है. ऐसे लोगों से भी दोस्ती करना परेशानी का कारण बन सकता है. ऐसे लोग हमेशा नुकसान ही देते है. इसलिए ऐसे लोगों से भी बच कर ही रहना चाहिए.
3. क्रोधी
जो लोग क्रोधी होते है और बात-बात पर अपना गुस्सा दिखाते रहते है ऐसे लोगों से भी दोस्ती नहीं करना चाहिए. ऐसे लोगों के कई दुश्मन होते है. इसलिए ऐसे लोगों के साथ दोस्ती रखना मतलब मुसीबत बुलाना है.
4. साहसिक
जो लोग बहुत ज्यादा साहसी है और हमेशा अपनी बहादुरी का घोड़ा दौड़ाने के लिए तैयार रहते है. ऐसे लोगों से भी दोस्ती नहीं रखना चाहिए. ऐसे लोग साहस में आकर कुछ भी कर बैठते है और मुसीबत में पड़ जाते है इसलिए ऐसे लोगों से भी दोस्ती नहीं रखना ही बेहतर है.
5. धर्महीन
जो लोग धर्म को नहीं मानते है सिर्फ अधर्म की ही बाते करते रहते है ऐसे लोगों से भी दोस्ती करना मुसीबत को न्यौता देना है. ऐसे लोगों के साथ रहने से उनका ये गुण साथ में रहने वालों में भी आ जाता है. इसलिए अधर्मी लोगों से भी दोस्ती नहीं करनी चाहिए.
विदुर नीति के अनुसार इन 5 तरह के लोगों से कभी भी दोस्ती नहीं करना चाहिए. ऐसे लोगों से दोस्ती करना नुकसानदायक है. हमारे प्राचीन ग्रंथों में लाइफ मैनेजमेंट के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें लिखी है. हम यहाँ पर यही कोशिश करेंगे की आपके सामने और भी महत्वपूर्ण और कारगर बातें लेकर आयें.