विदेशों में रहने के साथ पैसे भेजने में भी भारतीय अव्वल
वॉशिंगटनः दुनिया के देशों में सबसे ज्यादा भारतीय मूल के लोह रहते हैं। भारतीय विदेशों में न केवल रहने में नंबर वन हैं बल्कि अपने वतन पैसा भेजने में भी नंबर वन हैं। विश्व बैंक के अनुसार प्रवासी भारतीयों ने इस वर्ष 72 अरब डॉलर भारत भेजे। 64 अरब डॉलर के साथ चीन के प्रवासी दूसरे स्थान और फिलीपींस (30 अरब डॉलर) के तीसरे स्थान पर हैं। प्रवासियों को सबसे ज्यादा अमरीका में रहना पसंद आ रहा है। विदेशी प्रवासियों ने 2014 में अमरीका से 56 अरब डॉलर अपने देश भेजे। सऊदी अरब से 37 अरब और रूस से 33 अरब डॉलर भेजे गए। इस वर्ष के अंत तक दुनिया के प्रवासियों की संख्या 25 करोड़ के पार पहुंचने की उम्मीद है। विश्व बैंक की रिपोर्ट माइग्रेशन एंड रेमिटेंस फैक्ट बुक 2016 के अनुसार बड़ी संख्या में लोग आर्थिक अवसर की तलाश में एक देश से दूसरे देश जा रहे हैं। विकासशील देश लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं।
विश्व बैंक के अनुसार, विदेशों से स्वदेश भेजे गए पैसे में 36.28 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 441 अरब डॉलर से बढ़कर 601 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है। यह राशि विकासशील देशों के करोड़ों परिवारों के लिए जीवन रेखा है। देश छोड़कर दूसरे देश में रहने वालों में सबसे ज्यादा भारतीय हैं। इसके बाद मेक्सिको, रूस, चीन, बांग्लादेश, पाकिस्तान, फिलीपींस, अफगानिस्तान, यूक्रेन तथा ब्रिटेन शीर्ष 10 में रहे। फैक्टबुक के को राइटर दिलीप राठा का कहना है ‘एनआरआई द्वारा भेजे गए पैसे पर विकासशील देशों में कई घरों का चूल्हा जलता है।’