विदेश में आतंकी हमलों के लिए अपनी धरती का इस्तेमाल नहीं होने देंगे : जॉन कैरी से बोले नवाज शरीफ
इस्लामाबाद: पठानकोट के वायुसेना प्रतिष्ठान पर हुए आतंकी हमले के मामले में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से फोन पर बात की है। नवाज शरीफ ने कैरी को बताया है कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही सच सामने आएगा। शरीफ ने कैरी को आश्वस्त किया कि पाकिस्तान अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी और देश पर आतंकी हमले के लिए किसी कीमत पर करने नहीं देगा। जॉन कैरी ने भी शरीफ से कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता जारी रहनी चाहिए।
टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान शरीफ ने केरी से कहा कि पाकिस्तान एयरबेस पर हुए आतंकवादी हमला मामले में पाकिस्तान ‘पारदर्शी’ तरीका अख्तियार करते हुए बेहद ‘तेजी से’ जांच कर रहा है।
पाकिस्तान के पीएमओ की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘केरी ने पठानकोट आतंकवादी हमला मामले में सच्चाई का पता लगाने में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को पूर्ण समर्थन देने की बात कही।’ इसके अनुसार, शरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री से कहा कि हमलोग पारदर्शिता बरतते हुए बहुत तेजी से जांच कर रहे हैं और सच्चाई का जरूर पता लगाएंगे। दुनिया इस संबंध में हमारी प्रभावशीलता और गंभीरता को देखेगी।
नवाज शरीफ ने दिए थे भारत द्वारा दिए सबूतों की जांच के आदेश
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पठानकोट हमले को लेकर पिछले दो दिनों दूसरी उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और भारत के साथ मामले की जांच में सहयोग करने का पाकिस्तान का संकल्प दोहराया। शुक्रवार की बैठक में वरिष्ठ राजनेताओं के अलावा सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर जांजुआ भी मौजूद रहे। इससे पहले नवाज शरीफ ने पठानकोट आतंकी हमले के बारे में भारत की ओर से मुहैया कराए गए सुरागों की जांच करने का आदेश दिया है। समाचार पत्र ‘द नेशन’ के अनुसार शरीफ ने गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और पठानकोट स्थित भारतीय वायुसेना अड्डे पर हमले को लेकर चर्चा की। अखबार ने कहा कि प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों ने भारत की ओर से मुहैया कराए गए सबूत की जांच शुरू करने पर सहमति जताई।
पाकिस्तान के लिए वादों को पूरा करने का समय
अमेरिका का मानना है कि अब पाकिस्तान के लिए समय आ गया है कि वह सार्वजनिक या निजी बातचीत में किए गए उन वादों को पूरा करे, जिनके तहत उसने कहा था कि आतंकी नेटवर्कों के खिलाफ कार्रवाई में और पठानकोट हमले के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने के मामले में कोई पक्षपात नहीं किया जाएगा। पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हमले की साजिश रचने और उसे अंजाम देने का काम पाकिस्तान में मौजूद संगठनों और लोगों द्वारा किए जाने की भारतीय खुफिया खबरों के बीच अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि पाकिस्तान को उन्हें बचाने के लिए अब वैसे खोखले बहाने नहीं बनाने चाहिए, जैसे कि उसने मुंबई आतंकी हमले के समय बनाए थे।
अधिकारी ने कहा कि ‘उन्होंने (पाकिस्तान ने) सार्वजनिक तौर पर कहा है कि वे जांच करेंगे। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि वे आतंकी संगठनों के बीच अंतर नहीं करने वाले हैं। हम उन शब्दों पर कार्रवाई होते देखना चाहते हैं।’ अधिकारी ने यह संकेत भी दिया कि अमेरिका असैन्य सरकार को समय और मौका देना चाहता है कि वह अपने शब्दों के अनुरूप काम करे। साथ ही अधिकारी ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान पूर्व की तरह के चलन को दोहराएगा नहीं, जिसके तहत वह कोई न कोई बहाना बनाकर आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई से बचता रहा है।