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विदेश से आने के बाद भी क्यों पहुंचा प्याज 140 रुपये किलो…

निजी कंपनियों और सरकारी कंपनी के आयात के बावजूद बाजार में प्याज 120 से 130 रुपये प्रति किलो पर बिक रहा है। कारोबारियों का कहना है कि प्याज की खुदरा कीमत में तभी कमी होगी, जबकि सरकारी कंपनी द्वारा आयातित प्याज बहुतायत में बाजार में आएगी। भारतीय सीमा शुल्क विभाग के जवाहर लाल नेहरू बंदरगाह में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक वहां बीते 11 नवंबर से ही आयातित प्याज का जहाज आना शुरू हो गया है। शुरुआत में निजी कंपनियों के प्याज आये, जिसकी लैंडेड प्राइस 375 डॉलर प्रति टन थी।

इसके कुछ दिनों बाद जो प्याज का कंसाइनमेंट आया, उसकी लैंडेड प्राइस 400 डॉलर प्रति टन थी। इस समय वित्त मंत्रालय ने आयातित वस्तुओं के लिए अमेरिकी डॉलर का विनिमय दर 72.20 रुपये तय किया हुआ है। इस हिसाब से 375 डॉलर पर आयातित प्याज की कीमत 27.15 रुपये प्रति किलो पड़ी जबकि 400 डॉलर वाले प्याज की कीत 28.40 रुपये प्रति किलो।

एमएमटीसी का प्याज महंगा
इन दिनों सरकारी कंपनी एमएमटीसी के प्याज का कंसाइनमेंट भी जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर आना शुरू हो गया है। शुरू में इसके प्याज की लैंडिंग प्राइस 600 डॉलर प्रति टन थी जो अब बढ़कर 654 डॉलर प्रति टन तक पहुंच गया है।

600 डॉलर पर आई प्याज की प्रति किलो कीमत 47.34 रुपये प्रति किलो पड़ रहा है जबकि 675 डॉलर प्रति टन पर आई प्याज की कीमत 47.34 रुपये प्रति किलो पड़ रही है। सीमा शुल्क विभाग के सूत्रों का कहना है कि अभी तक महज 4000 टन ही प्याज न्हावा शेवा बंदरगाह पर आया है, जिसमें से एमएमटीसी के प्याज की हिस्सेदारी महज 290 टन की ही है।

बिचौलिये काट रहे हैं मलाई
दिल्ली के आजादपुर मंडी के प्याज कारोबारी राजकुमार के मुताबिक अभी यहां 2500 से 2600 रुपये प्रति मन यानी 62 रुपये प्रति किलो के भाव पर आयातित प्याज बिक रहा है। कारोबारियों का कहना है कि मुंबई से दिल्ली लाने में प्रति किलो भाड़ा पांच रुपये पड़ता है।

ऐसे में 27 रुपये किलो पर आयातित प्याज की दिल्ली में कीमत 32 रुपये किलो पड़ेगी। यह 62 रुपये किलो इसलिए बिक रहा है क्योंकि वहीं से महंगी आपूर्ति आई है। थोक बाजार से 62 रुपये किलो खरीद कर भी खुदरा विक्रता भी 100 फीसदी के मुनाफे पर बेच रहे हैं।

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