उत्तर प्रदेश

विद्यापीठ में पत्रकारिता की छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठीं

वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की एमजेएमसी की छात्राएं रविवार को भूख हड़ताल पर बैठ गयी। सूचना पाते ही विवि प्रशासन में हड़कम्प मच गया। विवि प्रशासन के अफसरो ने उन्हें किसी तरह मनाया। इस मामले में कुलपति डॉ. पी. नाग ने भी उनकी मांग को लेकर सकारात्मक रूख दिखाया। विवि परिसर में भूख हड़ताल पर बैठी छात्राएं एमजेएमसी चतुर्थ समेस्टर की टॉप टेन सूची प्रकाशित नहीं होने से खफा हैं। ज्योति, सोनाली, पूजा सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि एमजेएमसी की टॉप टेन सूची प्रकाशित नहीं होने के कारण मेधावी छात्र-छात्राएं दीक्षांत समारोह में उपाधि लेने से वंचित हो जायेगी। छात्राओं का आरोप है कि दीक्षांत समारोह की तैयारियां चल रही है और आज विद्यार्थियों को समारोह में शामिल होने के लिए परिधान वितरित किया जा रहा है, लेकिन उनके विभाग की टॉप टेन लिस्ट अभी तक जारी नहीं किया गया है।
छात्राओं का कहना है कि दीक्षांत में शामिल होना और मेधावी छात्र की लिस्ट जारी करना उनका हक है। बार बार विश्वविद्यालय प्रशासन से मिल कर शिकायत करने के बाद भी उनकी मांग नहीं सुनी जा रही है। जिसके चलते उन्हें मजबूरी में भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा। उधर, परिसर में भी छात्राओं के समर्थन में छात्र जुटने लगे थे। छात्रों ने कहा कि पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी करके देश और दुनिया को अधिकार दिलाने का सपना संजोने वाली इन छात्राओं को आज अपने ही हक ( सम्मान ) के लिए भूख हड़ताल पर बैठने के लिए मजबूर होना दुरूखद है। प्रतिभावान इन छात्राओं का सम्मान विश्वविद्यालय नहीं कर रहा हैं।

 

 

 

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