लखनऊ : कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) उप्र राज्य मंत्रि परिषद ने प्रदेश में बिजली के निजीकरण के खिलाफ विद्युत कर्मचारियों के मार्च के सफल आंदोलन के लिए उन्हें बधाई दी है। इस आंदोलन की सफलता की खबरें प्रदेश के अनेक जिलों से प्राप्त हुई हैं। कई जिलों जैसे बुलंदशहर में राजस्व वसूली जीरो तक पहुंच गयी। किसान मजदूर संगठनों ने भी निजीकरण के खिलाफ विद्युत कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन और सहयोग किया। गांवों में
किसानों द्वारा विरोध में उप्र सरकार के पुतले जलाये गये। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) राज्य मंत्रि परिषद ने उत्तर प्रदेश की भाजपा योगी सरकार को आगाह किया है कि अब भी समय है कि वह पूंजीपतियों को मुनाफा कमवाने की दृष्टि से बिजली के निजीकरण का इरादा त्याग कर फैसले को वापस ले।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भी निजीकरण के विरूद्ध जिलों में अभियान चलायेगी और आगे इसके खिलाफ होने वाले हर आंदोलन का पुरजोर समर्थन करेगी। सेंटर आफ इण्डियन टेªड यूनियन्स के प्रदेश महासचिव का. प्रेमनाथ राय ने भी बिजली कर्मचारियों के सफल आंदोलन के लिए उन्हें बधाई देते हुए आगे भी निजीकरण के खिलाफ चलाये जाने वाले आंदोलन का समर्थन करने का ऐलान किया।