उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 को लेकर खास तैयारी की है। नैनीताल के धारी में माओवादियों के पोस्टर स्टंट के बाद पुलिस ने ऑपरेशन क्लीन स्वीप शुरू किया है।
देहरादून: नैनीताल के धारी में माओवादियों के पोस्टर स्टंट के बाद दून पुलिस भी हरकत में आ गई है। पुलिस ने इसके लिए आपरेशन क्लीन स्वीप शुरू किया है। जिसके तहत तमाम विधानसभा क्षेत्रों में वहां की पुलिस पार्टियां तड़के चार बजे से सुबह छह बजे तक अनिवार्य रूप से भ्रमण करेंगी। पुलिस टीम इस दौरान दीवारों पर लिखे भड़काउ नारों, चुनाव को प्रभावित करने वाले विवादित पोस्टर आदि का सफाया करेगी।
दरअसल, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के दौरान वोटों के ध्रुवीकरण के लिए उम्मीदवारों व उनके कार्यकर्ताओं की ओर से इस तरह तौर-तरीके अपनाकर लोगों की भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया जाता है।इसके लिए रात में दीवारों पर भड़काउ नारों से लेकर जाति-धर्म विशेष के लोगों की भावनाओं को भड़काने वाले पोस्टर तक लगा दिए जाते हैं। यह हरकतें ज्यादातर रात में होती हैं, लिहाजा आम लोगों की नजर इस पर सुबह पड़ती है और फिर विवाद की स्थिति बनने लगती है।
बुधवार रात नैनीताल के धारी क्षेत्र में माओवादियों की ओर से ऐसी ही हरकत की गई। जिसके बाद वहां तोड़फोड़ और आगजनी तक हो गई। खुफिया एजेंसियों की माने तो ऐसी स्थिति कहीं भी पैदा हो सकती है। खासकर उन सीटों पर और भी संवेदनशीलता बढ़ गई है, जहां दल बदल कर दूसरी पार्टियों से नेताओं ने ताल ठोंकी है। आपरेशन क्लीन स्वीप के जरिये पुलिस ने निगरानी रखने की योजना बनाई है। इसके तहत पुलिस टीमें अपने क्षेत्र के धार्मिक व सार्वजनिक स्थलों के साथ गलियों और मोहल्लों में भ्रमण करेंगी।
खींची जाएगी फोटो
विवादित पोस्टर मिलने पर उसकी फोटो भी खींची जाएगी। फिर उसकी जांच करा कर यह पता लगाया जाएगा कि पोस्टर किस पिंट्रिंग प्रेस में छपे हैं। इससे पोस्टर छपवाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
चूना-पेंट रहेगा साथ
भ्रमण के दौरान पुलिस टीम के पास चूना व पेंट मौजूद होगा। इसका प्रयोग दीवारों पर लिए भड़काउ नारों को मिटाने और पोस्टरों को रंगने के लिए किया जाएगा।देहरादून की एसएसपी स्वीटी अग्रवाल का कहना है कि आपरेशन क्लीन स्वीप की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। सभी थानेदारों को निर्देशित किया गया है कि वह हर हाल में अपने इलाकों में भड़काउ नारों व विवादित पोस्टरों पर नजर रखें।