राष्ट्रीय

विधानसभा चुनाव 2017: गोवा में 83 और पंजाब में 75 फीसद मतदाताओं ने डाले वोट

मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।

पंजाब और गोवा में शनिवार को भारी मतदान हुआ। वोट डालने के लिए लोगों में गजब का उत्साह दिखाई दिया। शाम पांच बजे तक जहां पंजाब में 1.98 करोड़ में से 75 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, वहीं गोवा में 11.20 लाख में से 83 फीसद मतदाताओं ने वोट डाले। पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए 1145 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया।

मतदान सुबह आठ बजे से शाम 6 बजे तक चला। पंजाब के पांच जिलों में मतदान 80 फीसद से ज्यादा रहा। राज्य में पिछली बार 78.20 फीसद मतदान हुआ था। पंद्रहवीं विधानसभा के लिए मतदाताओं ने 117 विधानसभा सीटों पर कुल 75 फीसद मतदान कर मिसाल पेश की। 2012 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 78.20 रहा था। इससे पहले 2007 में भी मतदान 75 फीसद से ऊपर गया था। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वोट डाला और अपनी-अपनी जीत का दावा किया।

राज्य में 67 जगह ईवीएम में खराबी की शिकायतें आई, जिससे मतदान में विलंब हुआ। मजीठा में मतदान में 3 घंटे की देरी हुई। जालंधर, अमृतसर, मुक्तसर, कपूरथला, सुल्तानपुर लोधी, कादियां, अजनाला व लहरागागा पर ईवीएम खराब हुई। जालंधर जिले के सेंट्रल हलके में बशीरपुरा के पास वोट डालकर बूथ से बाहर आते ही एक युवक की मौत हो गई। हालांकि मौत का कारण पता नहीं चल पाया। अमृतसर के विधानसभा राजा सांसी के गांव भिंडी सैदा में अकाली और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। दोनों तरफ से ईट-पत्थर चले। पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्थिति को काबू किया।

गुरदासपुर के हलका डेरा बाबा नानक के कलानौर बूथ पर आप और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प हुई। पगडि़यां उतर गई। फिल्लौर में बसपा व आप कार्यकर्ता भिड़ गए। फिरोजपुर के गुरहरसराय व तरनतारन में फाय¨रग की घटनाएं हुई, लेकिन कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।गोवा की 40 सीटों के लिए कुल 250 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया। राज्य के 11.10 लाख मतदाताओं में से करीब 83 फीसद ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य के खनन वाले इलाके संखालिम, बिचोलिम और क्यूरकोरेम में भारी मतदान हुआ। मतदान के लिए सुबह से ही बूथों पर लोग भारी संख्या में पहुंचने लगे थे।

मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर, केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाईक और मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर शुरुआत में ही वोट डालने वालों में शामिल रहे। कुछ जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी के मामले सामने आए और एक बूथ पर मतदान रद कर दिया गया। पणजी में एक बूथ पर अपनी बारी का इंतजार कर रहे 78 वर्षीय लेस्ली सल्दान्हा की मौत हो गई। मतगणना 11 मार्च को होगी।

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