स्पोर्ट्स

विराट के बचपन के कोच बोले- चाहते तो जड़ सकते थे तिहरा शतक

कप्तान विराट कोहली क्रिकेट के हर फॉर्मेंट में बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन कर टीम इंडिया के लिए नित नए रिकॉर्ड बना कर बराबर सुर्खियों में रहते हैं। विराट पुणे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन दोहरा शतक जड़ने के साथ इस फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा सात दोहरे शतक जमाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।

विराट को क्रिकेट का ककहरा सिखाने वाले उनके बचपन के उस्ताद राज कुमार शर्मा ने अपने शागिर्द की इस कामयाबी पर शुक्रवार को ‘अमर उजाला’ से कहा, ‘मैं बतौर क्रिकेट उस्ताद अपने शागिर्द विराट के टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा सात दोहरे शतक जमाने की उपलब्धि पर बेहद खुश और रोमांचित हूं। इसके साथ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सात हजार रन बनाने का कारनामा किया।

मेरे लिए विराट की कामयाबी गर्व की बात है। प्रतिभासम्पन्न तो विराट शुरू से ही रहे हैं लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में हर फॉर्मेट में भारत के लिए बतौर बल्लेबाज और कप्तान उनकी कामयाबी का सबब उनकी मेहनत है। विराट कर्म को पूजा मानते हैं और इसीलिए वह विश्व क्रिकेट में भारत और डंका बजाने में कामयाब हैं।’

वह बताते हैं, ‘विराट की सबसे खास बात यह है कि वह निजी रिकॉर्डों से ज्यादा अहमियत हमेशा टीम इंडिया की हर फॉर्मेट में जीत को देते हैं। मेरे लिए यह वाकई फख्र की बात है वह टेस्ट में सातवां दोहरा शतक जमाने के साथ देश और दुनिया के दो महानतम बल्लेबाज में शामिल सचिन तेंदुलकर (छह दोहरे शतक) और वीरेन्द्र (छह दोहरे शतक ) को पीछे छोड़ कर उनसे एक कदम आगे निकल गए है।

हां , जहां तक उनके भारत के लिए वीरेन्द्र सहवाग और करुण नायर के बाद टेस्ट क्रिकेट में तिहरे शतक की उपलब्धि की बराबरी कोशिश करने की बात तो वह शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी ऐसी कोशिश करते तो वह जरूर इसमें कामयाब रहते। विराट चाहते तो आज अपना पहला तिहरा टेस्ट शतक पूरा कर सकते थे। विराट के जेहन में पुणे में दूसरे टेस्ट में जीत के साथ सीरीज जीत की बात है।

विराट ने इसीलिए आज अपने पहले तिहरे टेस्ट शतक की कोशिश की बजाय भारत की पहली पारी घोषित करना ज्यादा बेहतर समझा। विराट क्रिकेट के हर फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए इसलिए कामयाब हैं क्योंकि वह पिच और मैच के मिजाज और जरूरत के मुताबिक गियर बदल कर खेलना खूब जानते हैं।

Related Articles

Back to top button