देहरादून । अपने विधायकों के विवादित बोल और पार्टी की गाइडलाइन से बाहर जाने से असहज भाजपा नेतृत्व सोमवार को होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में विधायकों को नसीहत दे सकता है। हालांकि, बैठक में चर्चा के लिए गांधी संकल्प यात्रा, पंचायत और सांगठनिक चुनाव के बिंदु मुख्य रूप से तय किए गए हैं, लेकिन बाद में एक सत्र विधायकों के लिए अनुशासन पर भी होगा। रविवार को देर रात तक चली तैयारी बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने इसके संकेत दिए।
प्रदेश भाजपा ने सोमवार को यहां प्रदेश कार्यालय में पार्टी के सांसदों, विधायकों के साथ ही प्रांतीय पदाधिकारियों और पंचायत चुनाव को गठित जिला समितियों के सदस्यों और दायित्वधारियों की बैठक बुलाई है। इसकी तैयारियों के सिलसिले में रविवार रात प्रांतीय कार्यालय में बैठक हुई। रात 10 बजे तक प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट की अध्यक्षता में चली इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिवप्रकाश, प्रांतीय महामंत्री संगठन अजय कुमार के साथ ही तीनों महामंत्रियों राजू भंडारी, अनिल गोयल व खजानदास ने शिरकत की।
सूत्रों के अनुसार बैठक में विधायकों के एक के बाद एक आ रहे विवादित बोल के कारण उत्पन्न स्थिति पर भी चर्चा हुई। इस बात पर जोर दिया गया कि विधायक पार्टी लाइन से बाहर न जाएं और वाणी पर संयम रखें, इसके लिए पार्टी की गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए कदम उठाए जाएंगे। अनुशासनहीता को किसी भी दशा में सहन नहीं किया जाएगा।
हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के अनुसार बैठक में मुख्य रूप से गांधी संकल्प यात्रा, पंचायत चुनाव और पार्टी के सांगठनिक चुनाव के बिंदु तय किए गए। इसमें ही काफी वक्त लग गया। उन्होंने संकेत दिए कि सोमवार को होने वाली बैठक के अंत में अनुशासन पर चर्चा होगी। साथ ही बिगड़ैल बोल वाले विधायकों को नसीहत दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि सोमवार की बैठक में राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिवप्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार भी मौजूद रहेंगे।
अनुशासनहीनता से पार्टी चिंतित, सख्त कदम उठाने की तैयारी
भाजपा में लगातार आ रहे अनुशासनहीनता के मामलों से पार्टी नेतृत्व खासा चिंतित है और अब वह सख्त कदम उठाने के मूड में है। इस क्रम में विधायक उमेश शर्मा काऊ और राजकुमार ठुकराल के सोशल मीडिया में वायरल हुए ऑडियो व वीडियो प्रकरण पार्टी की अनुशासन समिति के समक्ष रखे जा सकते हैं। बता दें कि पंचायत चुनाव के दौरान जिला पंचायत सदस्य पद के पार्टी समर्थित प्रत्याशी के खिलाफ विधायक काऊ का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इस प्रकरण में विधायक पार्टी की ओर से भेजे गए नोटिस का जवाब सौंप चुके हैं। अब विधायक ठुकराल का विवादित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि विधायक काऊ का जवाब आ चुका है। इसका सोमवार को परीक्षण होगा। विधायक ठुकराल का जवाब आना बाकी है। उन्होंने कहा कि यदि विधायकों के जवाब संतोषजनक नहीं होंगे तो दोनों मामले पार्टी की अनुशासन समिति को भेजे जा सकते हैं।
सीएम ने कहा, नहीं देना चाहिए ऐसा बयान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल के विवादित बयान पर कहा कि सम्मानित पदों पर बैठे व्यक्तियों को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए।
रविवार को पंडितवाड़ी में आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री से राजकुमार ठुकराल के बयान पर सवाल पूछा गया। दरअसल, कुछ दिनों पूर्व विधायक ठुकराल का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इस मामले में पार्टी ने उन्हें नोटिस भी दिया है। इस संबंध में पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सम्मानित पद पर बैठा है उसे ऐसा बयान नहीं देना चाहिए।
जल संस्थान और पेयजल निगम के एकीकरण के कारण संभावित दिक्कतों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एकीकरण से कोई नुकसान नहीं होगा, इससे किसी पर कार्य का भार भी नहीं पड़ेगा।