नई दिल्ली
हरियणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक अंग्रेजी अखबार में छपे अपने बयान का खंडन करते हुए कहा कि मैनें कभी मुसलमानों के बीफ छोड़ने की बात नहीं कही। मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है। अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं उसके लिए माफी चाहता हूं।
अपनी सरकार का इसी माह एक साल पूरा होने पर एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा था कि ‘मुस्लिम इस देश में रहना जारी रख सकते हैं, पर उन्हें बीफ खाना छोडऩा होगा’ क्योंकि ‘गाय यहां आस्था का मुद्दा है।’ हालांकि उन्होंने दादरी की घटना को ‘गलत’ और ‘नासमझी से उत्पन्न’ परिणाम बताया था।
हरियाणा की राजनीति में बाहरी और गत वर्ष चुनाव से पहले बहुत कम जाने जाने वाले 61 वर्षीय खट्टर का आरएसएस से चालीस साल का रिश्ता है। उन्होंने कहा कि दादरी घटना में ‘दोनों पक्षों’ की गलती है। दोनों पक्षों की तरफ से यह नहीं होना चाहिए था।’
उन्होंने कहा कि मारे गए व्यक्ति ने गाय को लेकर हल्की टिप्पणी की जिससे लोगों की भावनाएं आहत हुईं और उन्होंने उस पर हमला कर दिया।
खट्टर ने कहा कि ‘लेकिन हमला करना और इंसान को मार डालना भी गलत है।खट्टर के के ओएसडी जवाहर यादव ने भी खट्टर का बचाव करते हुए कहा कि अंग्रेजी अखबार ने मुख्यमंत्री की बात को गलत तरीके से पेश किया है।
मुख्यमंत्री ने ऐसी कोई बात नहीं कही। वहीं खट्टर के इस बयान पर मुस्लिम धर्मगुरू मुफ्ती मुकर्रम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खट्टर को ऐसी बात करने का कोई अधिकार नहीं है, मुख्यमंत्री को अपनी हद मे रहना चाहिए।