लखनऊ : राजधानी में एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड की एकमात्र चश्मदीद गवाह सना खान का कोर्ट में बयान दर्ज हो गया। सना ने कोर्ट में बताया कि उसने वारदात के दिन से घटना को लेकर जो भी बयान वह दिए हैं, आज भी उसी पर कायम है।
सीआरपीसी 164 के तहत सना का कलमबंद मजिस्ट्रेटी बयान लिया गया। वहीं सना ने पहली बार इस मामले में कॉन्स्टेबल संदीप को लेकर बड़ा खुलासा किया है। सना के मुताबिक बीते 28/29 सितंबर की रात में एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी और मैं ड्यूटी खत्म कर लौट रहे थे। तभी दोनों आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी और संदीप अचानक हमारी कार के आगे आ गए। मेरी साइड में कार की खिड़की खुली थी। वहीं से संदीप ने सना को लाठी से मारा था, जिससे मेरे हाथ और शरीर के दूसरे हिस्से में चोट आ गई थी। यह देखकर विवेक तिवारी ने गाड़ी वहां से भागने की कोशिश की। हड़बड़ाहट में भगाते समय गाड़ी की बाइक से टक्कर हो गई। इसके बाद प्रशांत ने विवेक को गोली मार दी। वहीं इससे पहले सना ने बताया कि जब विवेक तिवारी को गोली लगी उसके बाद भी उनकी जान बच सकती थी। गोली लगने के करीब डेढ़ घंटे तक विवेक तिवारी जिंदा थे, लेकिन सही समय पर इलाज न मिलने के चलते उनको नहीं बचाया जा सका। सना ने बताया कि विवेक तिवारी गाड़ी तड़प रहे थे लेकिन उसका फोन लॉक होने के चलते मैं किसी को कॉल नहीं कर पा रही थी। इसके बाद मैंने एक ट्रक वाले को रोककर उसके मोबाइल से पुलिस को फोन किया। वहीं दूसरी तरफ विवेक तिवारी हत्याकांड की जांच में जुटी एसआईटी भी इस मामले में कई बड़े सबूत हाथ लगने का दावा कर रही है। एसआईटी टीम के मुखिया आईजी सुजीत पांडेय ने दावा किया कि हमने घटना का रीक्रिएशन कर अहम जानकारी अपने पास जुटाई है। उन्होंने बताया कि केस से जुड़े कई अलग-अलग तथ्यों की छानबीन की गई है। सुजीत पांडेय के मुताबिक वारदात के बाद सना से बातचीत करने वाले पहले शख्स से भी पूछताछ की जाएगी। हम लोग इस बारे में पता लगा रहे हैं कि वह कौन था, जिसे हत्याकांड के बाद सना ने घटना के बारे में बताया था। आइजी ने बताया कि मौके पर लगे सीसीटीवी को खंगालने के बाद भी कई बड़े सबूत हमारे हाथ लगे हैं।