नई दिल्ली : लखनऊ में शुक्रवार रात पुलिस की गोली से मारे गए एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विवादित बयान दिया है। उनके इस बयान के बाद सोशल मिडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है। दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी अरविंद केजरीवाल को उनके बयार पर घेरा है। देश भर में चर्चा का विषय बनी विवेक तिवारी की मौत को अरविंद केजरीवाल ने सांप्रदायिकता से जोड़ दिया है। उन्होंने विवेक की हत्या को हिन्दू की हत्या बताया है। इसके बाद से सोशल मिडिया पर उनकी जमकर खिंचाई हो रही है। इसका जवाब उनके समर्थकों के पास भी नहीं है, जो सोशल मीडिया पर अक्सर अरविंद केजरीवाल का बचाव करते हैं। इस हत्याकांड पर केजरीवाल ने रविवार को ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने यूपी सरकार से सवाल पूछा है कि विवेक तिवारी तो हिन्दू थे, फिर उसको इन्होंने “यूपी पुलिस” ने क्यों मारा| भाजपा के नेता पूरे देश में हिन्दू लड़कियों का रेप करते घूमते हैं| आगे केजरीवाल ने इसी ट्वीट में आम लोगों से कहा है कि अपनी आंखों से पर्दा हटाइये। भाजपा हिन्दुओं की हितैषी नहीं है। सत्ता पाने के लिए अगर इन्हें सारे हिन्दुओं का कत्ल करने पड़े तो ये दो मिनट नहीं सोचेंगे। अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा रहै। ट्रोलर अरविंद केजरीवाल को अनोखी सलाहें भी दे रहे हैं। उधर केजरीवाल के इस ट्वीट का जवाब देते हुए, दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिन्दर पाल सिंह बग्गा ने भी ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि केजरीवाल घटिया राजनीति न करें। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी केजरीवाल पर हमला किया है। उन्होंने भी ट्वीट कर कहा है कि विवेक तिवारी की हत्या हुई है। उसके कसूरवारों को सजा मिलेगी। हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं। मनोज तिवारी ने कहा है कि केजरीवाल जी अगर आप अपनी गटर स्तर की पॉलिटिक्स से बाहर निकलकर आआो तो आपको बता दूं कि दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उन्हें 24 घंटे के अंदर जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया गया है। केस में एसआइटी ने भी जांच शुरू कर दी है। बता दें कि यूपी पुलिस के एक कॉन्टेेबल ने शुक्रवार देर रात एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की गाड़ी नहीं रोकने पर गोली मारकर हत्याए कर दी थी। अब इस हत्या कांड के दोषी पुलिसकर्मियों को हत्याकांड में पर्दा डालने और आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस पर हर तरह की चाल चलने का आरोप लगा है। विवेक को गोली मारे जाने के बाद पुलिस ने परिजनों से तहरीर लेने के बजाए आननफानन उनकी पूर्व सहकर्मी सना से ही मनमाफिक तहरीर लिखवाकर मुकदमा दर्ज कर लिया।