विश्व एकता के लिए दो हजार कि.मी. की यात्रा पर बाइक से निकला युवा दल
लखनऊ पहुंचने पर गांधी प्रतिमा पर युवा दल का जोरदार स्वागत
-डी.एन. वर्मा
लखनऊ : आज पूरी दुनिया अशांति और विश्व युद्ध के संभावित खतरे के मुहाने पर बैठी हुई है। चाहे अमेरिका के खिलाफ साउथ कोरिया की परमाणु हमले की धमकी हो, या चालबाज चीन द्वारा विवादित डोकलाम में बार-बार अतिक्रमण करना और अपना सैन्य बल बढ़ाना हो चाहे पाकिस्तान द्वारा नापाक इरादे से बार-बार सीजफायर के बहाने भारतीय सैनिकों के धैर्य को भड़काना हो। हर तरफ स्थिति बेहद गंभीर है। अगर किसी भी हालत में तीसरा वर्ल्ड वार हुआ और परमाणु बम का इस्तेमाल हो गया तो समूची मानव जाति के लिए अस्तित्व का संकट हो जायेगा। ऐसे में विश्व शांति के लिए एकजुटता और उसके लिए जागरूकता बहुत ही परमाश्यक हो गया है।
कुछ इसी पुनीत उद्देश्य से इंग्लैण्ड तथा भारत के पांच युवाओं द्वारा विश्व एकता के लिए 2000 कि.मी. से अधिक दूरी की 8 दिवसीय मोटर साइकिल सड़क यात्रा का आयोजन नई दिल्ली से 27 जनवरी को प्रारम्भ किया गया। यह विश्व एकता यात्रा आगरा, मथुरा होकर 28 जनवरी की रात्रि लखनऊ पहुंची। इस यात्रा के पांच सदस्यीय युवा सदस्यों में भारत तथा इंग्लैण्ड के मैथ्यू फ्रीमैन, इंग्लैण्ड के एनआरआई चन्द्र मोहिनी द्विवेदी, नई दिल्ली के सौरभ द्विवेदी,, नई दिल्ली के नीरज तथा लखनऊ के सी.एल. पाल शामिल हैं। इस युवा दल का मानना है कि बारूद की ढेर पर बैठी दुनिया को बचाने के लिए विश्व एकता इस युग की सबसे बड़ी आवश्यकता है। ये युवा अपनी 8 दिनों की यात्रा के दौरान युद्धरहित दुनिया बनाने की जोरदार अपील जनसमुदाय से करेंगे।
29 जनवरी को विश्व एकता यात्रा प्रातः 11.30 बजे गांधी प्रतिमा स्थल, हजरतगंज पर शिक्षाविद् गुंजन तिवारी ने 5 सदस्यीय युवा दल का रोली का टीका लगाकर, फूल भेंट करके तथा मिठाई खिलाकर भारतीय परम्परा के अनुरूप हार्दिक स्वागत किया। समाजसेवी प्रदीप कुमार सिंह ने पांचों युवाओं को विश्व एकता तथा विश्व शान्ति के विचारों से ओतप्रोत शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी की प्रेरणादायी पुस्तकें उपहार स्वरूप भेंट की। विश्व एकता के जज्बे तथा जुनून के साथ निकले इस युवा दल को आर.डी. पाल, पूर्व लोकपाल, विद्युत विभाग, उत्तर प्रदेश, गुंजन तिवारी, युवा विशेषज्ञ, मयंक राज, इं. हरेन्द्र पाल, महेश पाल, प्रबन्धक, अहिल्या बाई होल्कर स्कूल, गोमती नगर, समाजसेवी प्रदीप कुमार सिंह आदि ने मंगलमय यात्रा की भावभीनी विदाई दी। यह युवा दल अपनी यात्रा के दौरान वाराणसी से रवाना होकर चित्रकूट, खजुराहो, ग्वालियर, कोटा, उदयपुर, जयपुर होते हुए वापिस नई दिल्ली पहुंचकर सम्पन्न होगा।