विश्व कप जिताने वाला ये खिलाड़ी 35 रूपये में करता था काम, अब फिर हो गया वही हाल
आज हम एक ऐसे दिग्गज खिलाड़ी के संबंध में बात करने वाले है जो विश्वकप विजेता होने के बावजूद 35 रूपये पर मजदूरी करता था। आज उसकी हालत इतनी दयनीय स्थिति में है कि देख आप भी हैरानी में पड़ जायेगें। हालांकि खेल की दुनिया में वैसे तो बहुत से खिलाड़ी है जो खेल जगत में अपनी अहम भूमिका निभाई है पर मौजूदा समय में गुमनामी का जीवन व्यतीत कर रहे है।
दरअसल इस में कोई दो रॉय नही है खेल जगत में जो खिलाड़ी आया है कोई जरूरी नही है कि वह कामयाब ही रहे कुछ ऐसे भी खिलाड़ी होते जिनका करियर कुछ खास नही रहा है पर आज हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे है वो जब 7वीं क्लास में पढ़ते थे उस समय पढाई के साथ साथ एक पत्थर की फेक्ट्री में 8 घंटे काम भी करते थे और उन्हे 8 घंटे काम करने के सिर्फ 35 रूपये मिलते थे। यही से उन्होंने इंडियन टीम में जाने का सफर ताय किया। हालांकि इस खिलाड़ी की युसूफ नाम के एक शख्स ने काफी सहायता की थी जिस वजह से उनका अहसान मानते हुये कहा था कि युसूफ ने उसे खेलने के लिये बड़ौदा भेजा और एक पैसा भी नही लिया था, तब उसे वहां ब्रांडेड जूते दिलवाये क्रिकेट में उनके सबसे खास मित्र गौतम गंभीर थे क्योंकि जब यह दोनों पार्टियों में जाते थे दोनों ही शराब नहीं पीते थे जिसके कारण इनकी गहन मित्रता थी।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे है उसका नाम मुनाफ पटेल है जिन्होंने साल 2011 के विश्वकप में इंडियन टीम की ओर से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। हालांकि उसके पश्चात चोट की वजह से 6 से 7 महीने तक टीम से बाहर रहे थे, उसके पश्चात उन्होंने कुछ समय तक आईपीएल भी खेला, उन्होंने आईपीएल का अंतिम मैच सन 2013 में खेला उसके पश्चात उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला,जिस वजह से वह अपने पैतृतक गांव लौट गए वहां उनका एक बड़ा सा घर है वह वहां काम करते है साथ ही गांव वालों की सहायता करते है,और बच्चों को क्रिकेट खेलना सिखाते है,उनके गांव में मुख्य खेती कपास की होती है,वह भ पहले कपास बेचने का कार्य करते थें,खेल जगत में उनके योगदान को आज भी सराहा जाता है,इस खिलाड़ी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है?