विश्व के सबसे बड़े समुद्री अभ्यास का आगाज, 26 देश ले रहे हैं हिस्सा
वाशिंगटन : 26 देशों के बहुराष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास में भारत की ओर से भाग लेने के लिये भारतीय नौसेना का स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस सह्याद्री हवाई के निकट अमेरिकी नौसैनिक अड्डा पर्ल हार्बर पहुंच चुका है। विश्व के इस सबसे बड़े नौसैनिक अभ्यास रिमपैक में 47 युद्धपोत, पांच पनडुब्बियां, दो सौ से अधिक विमान और 25 हजार नौसैनिक, 18 राष्ट्रीय थल सेना भाग ले रहे हैं। इस साल अभ्यास की थीम है सक्षम, अनुकूल और भागीदार। रिम ऑफ द पैसिफिक (रिमपैक) नाम का यह अभ्यास हर दो साल में आयोजित होता है जो आधिकारिक तौर पर गुरुवार से शुरु हो गया है। बता दें कि पहली बार इस साझा अभ्यास में चीन को आमंत्रित नहीं किया गया है। गौरतलब है कि यह अभ्यास 1971 में शुरु हुआ था और तब इसमें अमेरिकी सैन्य खेमे के देश ही भाग लिया करते थे, लेकिन अब इसमें अमेरिका के गैर-सैनिक साथी देशों को भी आमंत्रित किया जाने लगा है। इस साल रिमपैक का यह 26 वां अभ्यास होगा।
इस अभ्यास में भारत और मेजबान अमेरिका के अलावा आस्ट्रेलिया, ब्राजील, ब्रुनेई, कनाडा, कोलम्बिया, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इजराइल, जापान, मलयेशिया, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पेरू, दक्षिण कोरिया, फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, टोंगा, वियतनाम और ब्रिटेन भाग ले रहे हैं। अमेरिका के थर्ड फ्लीट पब्लिक अफेयर्स के मुताबिक रिमपैक में पहली बार वियतनाम, इजराइल, ब्राजील और श्रीलंका को आंमत्रित किया गया है। यह अभ्यास दो अगस्त तक चलेगा।
रिमपैक में चीन को नहीं आमंत्रित किये जाने के बारे में अमेरिकी नौसैनिक अधिकारियों का कहना है कि चीन को रिमपैक में भाग लेने के लिये दक्षिण चीन सागर में सभी कृत्रिम सुविधाओं बनाने की गतिविधियों को रोकना होगा। कृत्रिम द्वीपों से सभी हथियारों को हटाना होगा और इस क्षेत्र में स्थिरता लाने में अपना योगदान करना होगा।