पर्यटन

वो झील जहाँ ‘दुनिया ख़त्म हो’ जाती है !

151123164408_slovenia_lake_624x351_matevlenari‘स्लोवेनिया में एक बात मशहूर है, बोहीन में हम दुनिया से एक या दो दिन पीछे हो जाते हैं.”

पर्यटकों के लिए राजधानी ल्युब्लियाना से एक घंटे की दूरी पर बोहीन झील के पास हाइक एंड बाइक सर्विस चलाने वाली ग्रेगा सिल्क कहती हैं कि पहले तो वहाँ लोग बाक़ी दुनिया से ख़ासा पीछे रहते थे.

सचमुच ये झील ऐसी जगह है, जहां आप कहीं खो जाते हैं.

शताब्दियों से भेड़ और बकरियों चराने वालों का ये इलाका स्लोवेनिया के बाकी हिस्सों से कटा हुआ रहता है.

यहां तक पहुंचने वाली सड़कें खस्ताहाल हैं. झील की दूसरी तरफ़ बसा हुआ कस्बा उकानक कहलाता है. जूलियन एल्प्स पहाड़ियों में स्थित उकानक का मतलब होता है- ‘यहां दुनिया ख़त्म हो जाती है.

यहां तक पहुंचने में कई सप्ताह लग जाते हैं.

1906 में, ऑस्ट्रो-हंगेरियन इम्पायर के ज़माने में पर्वतों में विस्फोट के जरिए सुरंगें बनाई गईं. पानी के रास्ते के साथ साथ रेलवे लाइन भी वहां तक पहुंचा. इसके जरिए खनन वाले उत्तरी शहर जसेनिक को दक्षिण में ट्रिस्ट पोर्ट से जोड़ा गया.

बोहीन का क्षेत्र भूगौलिक तौर पर काफी दूर दराज का इलाका है. यह कई दशकों तक कम्युनिस्ट देश यूगोस्लाविया का हिस्सा रहा. स्लोवेनिया 1991 में स्वतंत्र हुआ और यह 2007 में यूरोज़ोन में शामिल हुआ.

लेकिन दुनिया के इस हिस्से में जीवन की गति ने तेज रफ्तार नहीं पकड़ी है.

इस इलाके में आज भी लकड़ियों के घर, बिखरे हुए गांव, चरवाहे मिलते हैं.

हर साल सितंबर में, गांववाले इस झील के तटों पर जमा होते हैं और परंपरागत तौर पर नाचते गाते हैं.

ऐसे समय में सिल्क और मैं साइकिल से इस इलाके में पहुंचे. हमें इस इलाके में महज़ एक या दो साइकिल ही नजर आए.

इस इलाके में कब पुल खत्म हो जाता है और पानी शुरू हो जाता है, पता ही नहीं चलता. इलाका बेहद शांत है.

रिबकेव लॉज के पास हमने साइकिल चलाना छोड़ कर दूधिया रंग की इमारत सेंट जॉन बैपटिस्ट चर्च को ग़ौर से देखना शुरु किया.

सिल्क ने बताया, “ये बहुत ही रहस्यपूर्ण चर्च है. कोई नहीं जानता कि यह कितनी पुरानी है. यह 15वीं शताब्दी से पहले बनी होगी. इस चर्च के आंतरिक भित्तिचित्र का कोई मतलब नहीं जानता.”

इसमें सफ़ेद शैतान एडम और इव के बेटे केन के कंधे पर बैठा हुआ है, जबकि एंजिल्स के वैंपायर की तरह नुकीले दांत दिखाए गए हैं.

सिल्क बताती हैं कि परंपरागत मान्यताओं में ईसाई हठधर्मिता के मेल से ऐसा कुछ मिश्रण बन गया होगा.

चर्च के निकट सिलेंडर के आकार की पीले रंग की मूर्ति हैं जो सुनहरे सींगों वाले हिरण की तस्वीर है. दोपहर की रोशनी में यह एकदम वास्तविक हिरण जैसा लगता है.

चर्च से 20 मिनट तक साइकिल चलाने के बाद हम डेविल्स ब्रिज तक पहुंचते हैं. आम लोगों में इस पुल के बारे में ये कहानी प्रचलित है कि ये पुल शैतान ने खुद बनाया और इसको शुरु करने की कीमत ये तय की कि इसे पार करने वाले पहले जीव की आत्मा को वह ले जाएगा.इस कहानी के मुताबिक गांववालों ने चालाकी दिखाते हुए एक कुत्ते को सबसे पहले ये पुल पार करा दिया.

यहां पर हर इलाके की अपनी कहानी है. जितनी आपकी कल्पना काम कर सकती है, उतनी कहानियां हैं.

इलाके में काफी जंगली फूल और पौधे भी हैं. सफेद बादल और नीले आसमान के बीच ये इलाका वाकई में ऐसा है जहां आकर आप सब कुछ भूल जाते हैं

सिल्क ने बताया कि अगाथा क्रिस्टी भी यहां आती रहती थीं, लेकिन उन्होंने इस जगह पर कुछ नहीं लिखा.

क्रिस्टी अकेली नहीं थीं, लेकिन अस्तित्तवादी दार्शनिक जाँ पॉल सात्र भी उकानक आने वाले नियमित पर्यटकों में शामिल थे.

सिल्क के मुताबिक एक अस्तित्ववादी लेखक का ‘दुनिया के आखिरी छोर’ पर मौजूद शहर तक जाना तर्कसंगत लगता है.

माउंट वोगल एक तरह से स्की रिसॉर्ट है. यहां केबल कार के जरिए आप एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंच सकते हैं. हालांकि केबल कार के लिए कई बार लोगों को छह छह घंटे तक इंतज़ार करना होता है.

केबल कार से यात्रा करते हुए नीचे का इलाका काफी खूबसूरत दिखता है.

केबल कार से निकलने पर सिल्क अपने दो दोस्तों से मिलीं, वे टूअर गाइड ही थे.

उनमें से एक ने कहा, “काफी चुनौतीपूर्ण जीवन है. मैं इसे छोड़ रहा हूं. कल से फैक्ट्री जा रहा हूं.”

बोहीन वैसे तो स्लोवेनिया की राजधानी से महज एक घंटे की दूरी पर है लेकिन हम यहां ऐसा महसूस कर रहे थे मानो हम कहीं नहीं हैं !

ना समय का ख़्याल था और ना मौसम का, ये दिलकश अनुभव था.

 

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