उत्तर प्रदेशराज्य
वो तो यात्रियों के सामान का ख्याल रख रहा था, आरपीएफ जवानों ने बेदर्दी से पीटा
फिरोजाबाद के टूंडला में मगध एक्सप्रेस में रेलयात्रियों के सामान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोच का शटर बंद करना कोच सहायक को महंगा पड़ गया।
कानपुर आरपीएफ के जवानों ने कोच सहायक की प्लेटफॉर्म पर सरेआम पिटाई करना शुरू कर दिया दी। आरपीएफ के जवान बड़ी बेदर्दी से सहायक को तब तक पीटते रहे जब तक वह बेहोशी की हालत में नहीं पहुंच गया।
बाद में उसे वहीं पर छोड़ कर आरपीएफ के जवान चले गए। होश में आने पर ट्रेन के कोच कंडक्टर ने घटना की शिकायत इलाहाबाद के वरिष्ठ रेल अधिकारियों से की। सहायक का कहना था कि वह तो यात्रियों के सामान का ख्याल रख रहा था जिसकी उसे ये सजा मिली।
नई दिल्ली से इस्लामपुर जाने वाली 12401 मगध एक्सप्रेस में कोच कंडक्टर रामकुमार की ड्यूटी थी। ट्रेन के प्रथम श्रेणी एसी कोच में सहायक राज कुमार ड्यूटी कर रहे थे। ट्रेन जब इलाहाबाद से निकलकर कानपुर की ओर आ रही थी तो कानपुर रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडरों को ट्रेन के अंदर न आने देने से रोकने के लिए रामकुमार ने कोच सहायक राजकुमार को प्रथम श्रेणी एसी कोच का शटर गिराने के लिए कह दिया।
ट्रेन जब सुबह करीब 10 बजे कानपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर पहुंची तो वेंडरों की शिकायत पर आरपीएफ के एएसआई पाण्डेय तीन अन्य जवानों के साथ प्रथम श्रेणी एसी के कोच पर पहुंच गए। वहां उन्होंने सहायक राजकुमार को ट्रेन से नीचे खींचकर पिटाई कर दी। साथ ही, आगे से शटर बंद करने पर उसे जेल भेजने की धमकी भी दी। इस घटना की शिकायत कोच कंडक्टर रामकुमार ने इलाहाबाद मंडल के वरिष्ठ रेल अधिकारियों के अलावा रेलमंत्री से भी की है।
-आरपीएफ ने मगध एक्सप्रेस के कोच सहायक को पीटा
– कोच कंडक्टर ने की उच्चाधिकारियों से शिकायत