व्हाट्सऐप पर मैसेज आया… तलाक..तलाक…तलाक !
अल्लपुझा। दुबई का दूल्हा और बीडीएस दुल्हन। तमाम तैयारियों के बाद रौनक से शादी हुई। शादी के बाद दुल्हा दुबई लौट गया। 3 हफ्ते तक काफी कोशिशें करने के बाद भी उसकी अपने पति से कोई बात नहीं हुई। पत्नी इंतजार करती रही। आखिरकार उसके पति का व्हाट्सऐप पर मैसेज आया। मैसेज में लिखा था, तलाक..तलाक…तलाक….
और इस तरह ये चार दिनों की शादी टूट भी गई। युवती को तलाक की कोई उम्मीद नहीं थी। और वो भी वॉट्सऐप पर तो बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी।
शुरुआती कुछ दिनों तक तो वह बेहद सदमे में थीं, लेकिन फिर इससे उबरते हुए उन्होंने कोट्टायम के राज्य महिला आयोग अदालत में शिकायत दर्ज कराई। आयोग ने युवती के पति खोजने की जिम्मेदारी अपने कर्मचारियों को सौंपी है।
कोट्टायम का रहने वाला है आरोपी
आरोपी लड़के की उम्र 27 साल है और वह केरल में कोट्टायम का ही रहने वाला है और दुबई में नौकरी करता है। आयोग की सदस्य जे.परमिला देवी ने बताया कि उसने कहा है कि वह अब अपनी पत्नी के साथ नहीं रहना चाहता। उसने कहा कि उसकी पत्नी एक सेब की तरह थी जिसका स्वाद वह ले चुका है और इसलिए अब वह उसके साथ नहीं रहना चाहता।
युवती के पिता की मौत 4 साल पहले ही हो गई। उसकी मां ने शादी कराई और दहेज में 10 लाख रुपये नकद के साथ 80 सोने के सिक्के भी दिए। आयोग वॉट्सऐप पर दिए गए इस तरह के तलाक को वैध नहीं मानता। आयोग ने पुलिस को निर्देश दिया है कि वह अगली सुनवाई के दौरान आरोपी पति के माता-पिता को अदालत में पेश करे।
तलाक को लेकर अलग-अलग है राय
वॉट्सऐप पर भेजे गए इस तरह के तलाक पर इस्लामिक जानकारों की अलग-अलग राय है। केरल जामल्याथुल उलामा के अल्लपुझा जिला अध्यक्ष सैयद अताको थांगल ने इस तलाक को वैध ठहराते हुए कहा कि युवती और उसके पति और उनके परिवार से बातचीत के बाद ही तलाक जारी किया जाएगा। अगर पति अपने फैसले पर कायम रहता है तो तलाक को मंजूरी दे दी जाएगी।
राज्य हज समिति के अध्यक्ष कोट्टूमला टी.एम बप्पू मुसलियार ने कहा कि वॉट्सऐप पर भेजा संदेश कोई वैध दस्तावेज नहीं है। उन्होंने कहा कि तलाक को सैद्धांतिक तौर पर आमने-सामने होना चाहिए। अगर यह मुनासिब नहीं हो सकता तो तलाक के लिए गवाहों के दस्तखत के साथ संबंधित कागजात पेश करने होंगे।
केरल नाडवाथुल मुजाहिदीन के राज्य अध्यक्ष टी.पी.अब्दुल्ला कोया मदानी ने वॉट्सऐप पर तलाक भेजने की इस हरकत को पूरी प्रक्रिया को बेहद सामान्य बताया। उन्होंने कहा कि तलाक ऐसी हालत में होना चाहिए जहां हालात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। तलाक लेने के लिए जो जरूरी कार्रवाई और प्रक्रिया है वह वॉट्सऐप पर पूरी नहीं की जा सकती है।
राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बी.सुगाथाकुमारी ने इस घटना की निंदा करते हुए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कोई सामान्य युवा इस तरह की हरकत कर सकता है। आयोग को चाहिए कि वह पीड़ित युवती और उनकी मां को पूरी सुरक्षा मुहैया कराए।